चंडीगढ़। पंजाब के 18 किसान संगठनों के आह्वान पर सैकड़ों किसानों ने रेलवे स्टेशन पर तीन दिवसीय चक्का जाम शुरू कर दिया है। इस जाम में भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद, भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी पंजाब और भारतीय किसान यूनियन (भटेरी कबीले) के कार्यकर्ता शामिल हुए। विभिन्न संगठनों के नेताओं ने बोलते हुए केंद्र सरकार से उत्तर भारत के लिए 50 हजार करोड़ रुपये का विशेष पैकेज जारी करने की मांग की। बाढ़ के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया जाना चाहिए और अप्राकृतिक कारकों जैसे जल निकासी नालों में भवन निर्माण, नदियों के प्राकृतिक प्रवाह से छेड़छाड़ आदि की जांच करके दोषियों की जांच की जानी चाहिए।
इसी प्रकार किसानों की मांग थी कि बाढ़ से बर्बाद हुई फसल के लिए प्रति एकड़ 50 हजार, जनहानि पर 10 लाख, मृत पशुओं के लिए 01 लाख, किसानों के गिरे मकानों के लिए 05 लाख रुपये दिए जाएं। बाढ़ के पानी से बह गए खेतों को खेती लायक बनाने के लिए विशेष पैकेज दिया जाए, जिन किसानों के खेतों में रेत भर गया है। उन्हें खनन नीति में छूट देकर खेत खाली करने का अधिकार दिया जाए, मुआवजा दिया जाए क्षतिग्रस्त बोरवेलों को दिया जाए। इन सब मांगों को लेकर किसान प्रर्दशन कर रहे है और ये प्रर्दशन तीन दिन जारी रहेगा।