November 24, 2024

– बिपरजॉय की तूफानी चाल से मानसून से पहले पांच जिलों में बाढ़, कोटा, बारां-सवाई माधोपुर में रेड अलर्ट, जनजीवन अस्त-व्यस्त

जयपुर : राजस्थान (Rajasthan) में पहली बार मानसून से पहले बाढ़ के हालात बन गए हैं. चक्रवात बिपरजॉय की तूफानी चाल के कारण प्रदेश के पांच जिलों बाड़मेर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा (Bhilwara), अजमेर (Ajmer) के कई इलाकों में बाढ़ के हालात की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. चक्रवात के कारण गुजरे 24 घंटे में पाली के मुठाना में 530 मिलीमीटर यानी 21.3 इंच बारिश हो चुकी है. पाली में भी 12 इंच बारिश हुई. बूंदी, अजमेर (Ajmer) , भीलवाड़ा (Bhilwara) के सैकड़ों गांवों में बिजली गुल है. अब तक राज्य में आठ लोगों की मौत हो चुकी है. अजमेर (Ajmer) और जोधपुर (Jodhpur) में बारिश का 100 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. अब मौसम विज्ञान विभाग ने कोटा (kota), बारां-सवाई माधोपुर में मंगलवार (Tuesday) के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. राज्य में चक्रवात से पिछले 4 दिन (16 से 19 जून) तक राज्य औसतन 100 मिलीमीटर बारिश हो गई, जो एक मानसून सीजन में होने वाली औसत बारिश का करीब 24 प्रतिशत है. राजस्थान (Rajasthan) में मानसून सीजन (जून से सितम्बर तक) में औसतन 415 मिलीमीटर बारिश होती है. शुरुआती महीने जून में औसतन 50 मिलीमीटर बारिश होती है. चक्रवात से अजमेर (Ajmer) में बारिश का 105 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा है. यहां 17 जून 1917 में 119.4 मिलीमीटर बरसात एक ही दिन में हुई थी, जो अब तक जून में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड था, जो कल टूट गया. अजमेर (Ajmer) में कल (18 जून की सुबह 8:30 से 19 जून 8:30) 24 घंटे के दौरान 131.8 मिलीमीटर बरसात हुई. इसी तरह जोधपुर (Jodhpur) में भी 12 साल का रिकॉर्ड टूटा है. यहां 17 जून को 91.3 मिलीमीटर पानी गिरा, जबकि इससे पहले 28 जून 2016 में करीब 74 मिलीमीटर बरसात हुई थी. छह जून को ये चक्रवात डिप्रेशन के रूप में अरब सागर में शुरू हुआ था, जो बाद में डीप डिप्रेशन, साइक्लोन स्टॉर्म, सीवियर साइक्लोन स्टॉर्म, वैरी सीवियर साइक्लोन स्टॉर्म, एक्ट्रीमली सीवियर साइक्लोन स्टॉर्म में कन्वर्ट हुआ. तूफान ने राजस्थान (Rajasthan) में बाड़मेर (Barmer) जिले से एंट्री की थी. उसके बाद जालौर (Jalore), सिरोही, उदयपुर (Udaipur), रासजमंद, जैसलमेर (Jaisalmer) , पाली जिले में मूसलाधार बारिश हुई. पाली, जालौर (Jalore) और बाड़मेर (Barmer) जिले में तो तूफान के कारण सात लोगों की मौत हो चुकी है.इसके बाद तूफान ने जयपुर (jaipur) और अजमेर (Ajmer) संभाग का रुख कर लिया. रविवार (Sunday) रात से जयपुर (jaipur) संभाग में और अजमेर (Ajmer) संभाग में बारिश शुरु हो गई. सोमवार (Monday) दोपहर से धौलपुर (Dholpur), अजमेर (Ajmer) , टोंक में भारी बारिश हो रही है. यह बारिश आज सवेरे तक जारी रही. बिपरजॉय का असर मंगलवार (Tuesday) को पूर्वी राजस्थान (Rajasthan) के जिलों में देखने को मिलेगा. कोटा (kota), सवाई माधोपुर और बारां जिलों में भारी बारिश की आशंका जताते हुए मौसम विज्ञान विभाग केन्द्र ने यहां के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि बूंदी और झालावाड़ जिले में इस सिस्टम के असर से हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना जताते हुए यहां के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है. तूफान इतनी तबाही मचा चुका है कि सीएम गहलोत बाढ़ प्रभावित जिलों के दो दिन के हवाई दौरे पर निकल रहे हैं. बाड़मेर, जालौर (Jalore), सिरोही और आसपास के जिलों में तूफान ने करोड़ों रुपयों का नुकसान कर दिया है.

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