बोकारो : जिले के बेरमो अनुमंडल के अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र गोमिया प्रखंड के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के चुट्टे पंचायत के गिंधौनीय जंगल के चैयताड़ और दंडरा के बीच मंगलवार को नक्सलियों और पुलिस सीआरपीएफ और जगुआर के बीच जमकर मुठभेड़ हुई। हालांकि, मुठभेड़ के बाद नक्सली घने जंगल का फायदा उठा कर भाग खड़े हुए लेकिन नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस पूरे इलाके में गहन सर्च अभियान चला रही है। यह मुठभेड़ एरिया कमांडर कुंवर मांझी और जोनल कमांडर बिरसेन उर्फ काना उर्फ चंचल दा के दस्ते और पुलिस बलों के बीच हुई। जंगल के रास्ते में 12 से 14 हथियारबंद नक्सली थे। इस संबंध में बोकारो एसपी प्रियदर्शी आलोक ने बताया कि जोनल कमांडर बिरसेन के दस्ते के जंगल में होने की सूचना मिली थी। इस सर्च अभियान में सीआरपीएफ, जिला पुलिस एवं झारखंड जगुआर की टीम शामिल थी। इसी दौरान सुबह आमना-सामना हुआ और दोनों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के बाद पूरी फोर्स का सर्च अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि कितने राउंड गोली चली है, क्या बरामद हुआ है अभी तक पता नहीं चल पाया है। क्योंकि, पूरी टीम सर्च अभियान में लगी हुई है।उन्होंने कहा कि बोकारो जिले से नक्सलियों के पांव पूरी तरह से उखड़ चुके हैं। जिले में नक्सलियों की पकड़ कमजोर हो गई है। हताशा में नक्सली अब इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं। नक्सली अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पुलिस के साथ मुठभेड़ कर रहे हैं।