आज के युवाओं की सोच पुरानी पीढ़ी से एकदम अलग है। आज का युवा नौकरी के पीछे भागने की बजाय स्वतंत्र रूप से कुछ करना चाहता है और अपना कॅरियर अपने मनचाहे क्षेत्र में बनाना चाहता है। सरकार की ओर से युवाओं की सोच और सपने को हकीकत में बदलने के लिए मदद भी की जा रही है जिससे युवाओं का हौसला बढ़ा है। अपने सपने पूरे करने की दिशा में कश्मीर के युवा भी पीछे नहीं हैं। श्रीनगर में एक जोड़े ने मछली की तमाम प्रजातियों को एकत्रित कर एक मछली फॉर्म स्थापित किया है। इस मछली फॉर्म में इस जोड़े ने कई लोगों को रोजगार भी दिया है।
हम आपको बता दें कि सादिया इमान और उनके पति आदिल अकरम वानी ट्राउट मछली को लोकप्रिय बनाना चाहते थे और स्वरोजगार कमाने के साथ-साथ दूसरों को भी रोजगार प्रदान करना चाहते थे। इसलिए इस जोड़े ने श्रीनगर के उपनगर हरवान में मछली फॉर्म ‘माउंटेन ट्राउट’ की स्थापना की है। यह श्रीनगर शहर में छह कनाल भूमि पर फैला अपनी तरह का पहला निजी रेनबो ट्राउट फॉर्म है। पिछले 4 वर्षों में फॉर्म में लगभग 20 टन ट्राउट का उत्पादन हुआ है। प्रभासाक्षी से बात करते हुए सादिया ने कहा, “मछली फॉर्म स्थापित करने का उद्देश्य कश्मीर में ट्राउट संस्कृति को बढ़ावा देना है और देश के अन्य हिस्सों में भी ट्राउट को पेश करना है।” उन्होंने आगे कहा, “मछली को सबसे स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है, जबकि रेनबो ट्राउट अनोखी मछली में से एक है जिसे कश्मीर में स्थानीय स्तर पर अपने स्वाद के लिए पसंद किया जाता है।”