वाशिंगटन/यरुशलम/तेल अवीव। हमास और इजराइल के बीच छिड़ा युद्ध आज (शुक्रवार) 28वें दिन में प्रवेश कर गया। इस घमासान में दोनों पक्षों को भारी क्षति हुई है। इस बीच गाजा में अमेरिका के मानवरहित ड्रोन की बढ़ती हलचल और रूस के वैगनर समूह के हिजबुल्लाह को सैन्य सहायता उपलब्ध कराने की घोषणा से युद्ध के लंबा खिंचने की आशंका प्रबल हो गई है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।

हालांकि यह कहा गया है कि अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर ड्रोन अपने बंधक बनाए गए नागरिकों का पता लगाने के लिए गाजा के ऊपर उड़ान भर रहे हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने वाशिंगटन में कहा कि करीब एक सप्ताह से ड्रोन से निगरानी की जा रही है। अधिकारियों का मानना है कि 10 अमेरिकी नागरिकों का अब तक पता नहीं चल पाया है। संभावना है कि इनको हमास ने अपनी सुरंग में कैद कर रखा है। गाजा में 200 से अधिक लोग बंधक हैं।

अमेरिकी ड्रोन का निगरानी अभियान दक्षिणी गाजा में केंद्रित हैं। यह स्थान उत्तर में कहर बरपा रही इजराइली सेना से लगभग 15 मील दूर है। ड्रोन उड़ान पर नजर रखने वालीं विमानन शोधकर्ता अमेलिया स्मिथ के अनुसार इस प्रयास में कम से कम छह अलग-अलग एमक्यू-9 रीपर शामिल हैं। यह 24,000 से 26,000 फीट की ऊंचाई पर लगभग तीन घंटे तक गाजा में निगरानी करते हैं।

एमक्यू-9 को अमेरिकी वायुसेना के पहले ‘शिकारी-हत्यारे’ ड्रोन के रूप में डिजाइन किया गया था। एक समय में 20 घंटे से अधिक समय तक एक क्षेत्र के ऊपर मंडराने की क्षमता के कारण इसका उपयोग मुख्य रूप से निगरानी अभियान के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल इराक, अफगानिस्तान और सीरिया में हवाई हमले करने और खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए किया जा चुका है।

इस बीच इजराइल के सुरक्षाबलों ने लेबनान से सतह से हवा में मार करने वाली हिजबुल्लाह की मिसाइल को मार गिराया है। सुरक्षाबलों ने जेनिन में बमबारी की है। उधर, दावा किया गया है कि उत्तरी इराक के हरीर सैन्य अड्डे पर एक ड्रोन को मार गिराया गया है। गाजा में छिड़े युद्ध के बीच अमेरिकी खुफिया विभाग को पता चला है कि लेबनान के मिलिशिया समूह की इजराइल के साथ झड़प के बाद रूस का वैगनर समूह हिजबुल्लाह को एक वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली देने की तैयारी कर रहा है।

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