ढाका । भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. बुधवार को प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान के ढाका स्थित आवास में तोड़फोड़ की और आग लगा दी. इस दौरान उनकी बेटी और अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ऑनलाइन संबोधन दे रही थीं. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राजधानी के धानमंडी इलाके में स्थित उनके घर के सामने हजारों लोग जमा हो गए थे. सोशल मीडिया पर हसीना को रात 9 बजे (बीएसटी) अपना संबोधन देना था, जिसके बाद शाम को ही लोगों ने “बुलडोजर जुलूस” का आह्वान किया. दरअसल, शेख हसीना की अवामी लीग ने गुरुवार 6 फरवरी को बांग्लादेश की परिवहन व्यवस्था को बंद करके राजमार्गों सहित ढाका को बंद करने की योजना बनाई थी. हालांकि नियोजित विरोध प्रदर्शन से पहले पार्टी के कई समर्थकों और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. उधर, मुजीबुर्रहमान के आवास पर हमले के बाद शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने बयान जारी कर देश के अंतरिम युनूस सरकार पर निशाना साधा और राज्य मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. अवामी लीग ने बयान में कहा, “जब से अवैध, असंवैधानिक और फासीवादी यूनुस सरकार ने राज्य की सत्ता पर कब्ज़ा किया है, तब से उसने अपने लाभ के लिए राज्य मशीनरी पर कब्जा कर लिया है. यह राष्ट्रीय और राज्य संसाधनों को अपनी निजी संपत्ति समझती है. सत्ता के मद में चूर यह अलोकतांत्रिक सरकार जनता के प्रति पूरी तरह उदासीन है. घरेलू तथा विदेशी षडयंत्रों के माध्यम से एक अनिर्वाचित तथा गैरजिम्मेदार सरकार ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को उखाड़ फेंकते हुए खुद को लोगों पर भारी बोझ की तरह थोप दिया है. बयान में आगे कहा गया, “युनूस सरकार ने लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों तथा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को छीन लिया है. इसके विरुद्ध आवाज़ उठाने वाले किसी भी व्यक्ति या राजनीतिक संस्था को दमन तथा यातना का सामना करना पड़ता है. लोगों को इस दमन की स्थिति से मुक्त करने तथा उनके लोकतांत्रिक अधिकारों को स्थापित करने के लिए बांग्लादेश अवामी लीग ने कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की घोषणा की है. देश की जनता अपने अधिकारों की मांग को लेकर मुखर है और अवामी लीग के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है.” शेख हसीना की पार्टी ने कहा, “अवामी लीग के प्रति लोगों के बढ़ते समर्थन से डरी फासीवादी सरकार अपने डर और नाकामी को छिपाने के लिए आतंक का सहारा ले रही है. सरकार बार-बार अन्यायपूर्ण और अवैध गिरफ्तारियों की धमकी देती है, लेकिन इस राक्षसी सरकार की खूनी निगाहों के बावजूद अवामी लीग के नेता और कार्यकर्ता जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की स्थापना के लिए संघर्ष जारी रखे हुए हैं. वे बुरी ताकतों के विनाश का मंत्र जानते हैं. इसलिए इन आजादी पसंद लोगों को डरा-धमकाकर हराने की कोई गुंजाइश नहीं है.  इसके बजाय वे हर दिन अपनी एकता और ताकत को मजबूत कर रहे हैं, जिससे यह संघर्ष और तेज होता जा रहा है. अवामी लीग ने कहा कि हम इस फासीवादी सरकार को चेतावनी देते हैं कि अभी सामूहिक गिरफ्तारियां बंद करो, नहीं तो परिणाम गंभीर होंगे. बंगबंधु की बेटी शेख हसीना, अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं, केंद्रीय 14-पार्टी गठबंधन के सदस्यों और मुक्ति संग्राम की भावना में विश्वास रखने वाले लोगों के खिलाफ उत्पीड़न के झूठे मामले दर्ज किए गए हैं. राष्ट्रीय नेताओं और समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को बिना किसी मुकदमे के जेल में बंद कर दिया गया है. इन झूठे मामलों को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और सभी राजनीतिक कैदियों को बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए. अन्यथा, निकट भविष्य में, हम एक अजेय जन आंदोलन के माध्यम से इस सरकार को गिराने के लिए दृढ़ हैं. बता दें कि अवामी लीग के प्रदर्शन से ठीक एक शाम पहले बांग्लादेश में हालात गंभीर हो गए हैं. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, उपद्रवी गेट तोड़कर जबरन शेख मुजीबुर्रहमान के आवास के भीतर घुस गए. जानकारी के मुताबिक यह विरोध पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा दिए गए एक ऑनलाइन भाषण के जवाब में शुरू हुआ है. प्रदर्शनकारियों ने जवाबी कार्रवाई में धानमंडी 32 में बुलडोजर मार्च आयोजित करने की योजना की घोषणा की थी. हालांकि उन्होंने शुरू में रात 9 बजे बुलडोजर से घर को ध्वस्त करने की धमकी दी थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने अपनी योजना बदल दी और रात 8 बजे तक आ गए. वे एक रैली के रूप में आवास पर पहुंचे और मेन गेट को तोड़कर भीतर घुस गए और बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की।

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें।

https://chat.whatsapp.com/LnzXi8cnQGtKJUUT78UqXz

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *