

बोकारो। भगवान शिव और नंदी की भक्ति वेद पुराणों के इतिहासों से चलती आ रही है। कहा जाता है की कैलाश पर्वत पर स्थित भगवान भोलेनाथ की सेवा में हमेशा तत्पर रहने वाले नंदी का संपर्क सीधे भोलेनाथ से है। इसी के कारण सभी शिवालय में भक्त जब पुजा करने जाते है तो पास मे ही विराजे नंदी देवता के कानों में भक्त अपनी- अपनी मनोकामना जरूर कहते है जिससे उनकी मांगी गई मिनत भगवान भोलेनाथ तक पहुंच सके और उनकी मनोकामना जल्दी पूरी हो सके। बोकारो जिले के एक ऐसे ही शिवालय मंदिर में भगवान शिव और नंदी की भक्ति का सेवा भावना और त्याग का चमत्कार देखा गया। बता दें की बोकारो के सेक्टर 2 स्थित शिवालय मंदिर में एक नंदी ने आकर भोलेनाथ के चौखट पर आकर बैठ गये और भोलेनाथ को टकटकी लगाये निहारते रहे और निहारते – निहारते उसी चौखट पर अपना प्राण त्याग दिए। इस चमत्कार को जिसने भी देखा नंदी की भक्ति की सराहना करते रहे। आस – पास तथा समाजिक लोगो ने विधिवत नंदी के शव को पितांबरी ओढा कर लेकर जाकर दफन किया गया।
