

हजारीबाग। मेरु निवासी 102 वर्षीय कृष्ण लाल चौबे उर्फ गुठौरी चौबे का देहांत 1 नवंबर सुबह 4:30 बजे हो गया। ये सर्वे आफ इंडिया से सेवानिवृत थे। इनका जीवन हमेशा निष्कलंक रहा, ये 6 बेटियों के पिता थे। आज के जमाने में एक शताब्दी तक जिंदा रहना ये बहुत बड़ी बात है इनकी पत्नी रुक्मिणी देवी का देहांत पूर्व में ही हो चुका है।आज इनकी बेटियां सीता देवी, द्रौपदी देवी, गिरजा देवी, रीता देवी, माधुरी देवी और सुनीता देवी ने नम आंखों से पिता की अर्थी को कंधा देकर समाज को आइना दिखाने का कार्य किया है और ये संदेश दिया की हम बेटियां बेटों से कम नहीं हैं।ये अपने पीछे 130 लोगों का भरा पूरा परिवार छोड़कर गए हैं। अंतिम संस्कार वाराणसी में किया गया।सबसे बड़े नाती संजय पांडे ने मुखाग्नि दी। श्रृद्धांजलि देने वाले में दामाद दिनेश पांडेय, सुदामा पांडेय, कामेश्वर पांडेय और शत्रुघ्न पांडेय के साथ साथ रवि पांडेय ,अजीत पांडेय ,अमित पांडेय, विजय तिवारी, मिथिलेश पांडे, अरविंद ओझा, नीरज पांडेय, श्रीकांत और ऋषिकांत इत्यादि शामिल थे।