– कहा, मराठा आंदोलन भटक रहा है, मनोज जारांगे को इस पर ध्यान देना चाहिए

Mumbai: Chief Minister एकनाथ शिंदे ने कहा कि मराठा आंदोलन भटक रहा है. इसलिए मराठा आरक्षण के लिए भूख हड़ताल कर रहे मनोज जारांगे पाटिल को इस पर ध्यान देना चाहिए. मराठा आंदोलकों की ओर से हो रही हिंसक घटनाओं के पीछे कौन हैं, आत्महत्याएं क्यों हो रही हैं, मनोज जारांगे को इस बारे में सोचना चाहिए. सीएम शिंदे ने कहा कि State government मराठा आरक्षण देने के लिए हर संभव काम कर रही है, इसलिए सरकार को थोड़ा वक्त देना चाहिए.

Chief Minister ने Monday को मराठा आरक्षण के मुद्दे पर सह्याद्री गेस्ट हाउस में बैठक बुलाई. इस बैठक के बाद Chief Minister ने पत्रकारों को बताया कि पूर्व judge संदीप शिंदे के नेतृत्व में गठित की गई समिति ने आज अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट को Tuesday को होने वाली कैबिनेट की बैठक में स्वीकृत किया जाएगा. समिति ने अब तक मराठा परिवारों के एक करोड़ 72 हजार कागजों की जांच की है, इनमें 11 हजार 530 कागजों पर कुनबी का उल्लेख पाया गया है. कागजों की जांच आगे भी जारी रहेगी.

उन्होंने बताया कि Supreme court में क्युरेटिव पेटिशन के लिए State government ने तीन जजों की समिति गठित की है. State government मराठा समाज को कानूनन टिकाऊ आरक्षण देने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है. इसलिए मराठा समाज को सरकार पर भरोसा रखना चाहिए. Chief Minister शिंदे ने कहा कि पिछली बार आन्दोलन के समय मराठा समुदाय ने 58 मूक मार्च निकाले थे. वे सभी मार्च बहुत शांतिपूर्ण तरीके से निकाले गए. मोर्चे में लाखों की संख्या थी, लेकिन राज्य में शांति और कानून व्यवस्था को कोई ख़तरा नहीं हुआ, लेकिन दुर्भाग्य से आज कुछ जगहों पर आगजनी हो रही है.

Chief Minister शिंदे ने कहा कि मराठा आरक्षण के लिए भूख हड़ताल कर रहे मनोज जारांगे पाटिल को इस पर ध्यान देना चाहिए. मराठा समाज को सतर्क रहना चाहिए और इस पर ध्यान देना चाहिए कि इस हिंसक आंदोलन के पीछे कौन है? साथ ही मनोज जारांगे पाटिल को अपना ख्याल रखना चाहिए, चिकित्सा उपचार लेना चाहिए. सरकार जारांगे पाटिल के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है.

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