कथित शराब घोटाला में पूछताछ के लिए ED ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को आज तलब किया था। लेकिन झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की राह पर चलते हुए केजरीवाल भी ED के समक्ष पेश नहीं हुए। उन्होंने ED के समन को हेमंत सोरेन की तरह ही केंद्र के इशारे पर उठाया गया कदम बताया है। कहा है कि ED के समन पीछे केंद्र की बीजेपी सरकार की साजिश है। इस साजिश के तहत उनको मध्य प्रदेश औऱ छत्तीसगढ़ में चुनावी सभाओं में जाने से रोका जा रहा है। गौरतलब है कि आज ही यानी 2 नवंबर को केजरीवाल को चुनावी सभाओं में हिस्सा लेने के लिए मध्य प्रदेश के सिंगरौली शहर जाना है। उनके साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान को भी मध्य प्रदेश जाना है। केजरीवाल इस दौरे के लिए दिल्ली से रवाना हो रहे हैं।
बीजेपी पर लगाया ये आरोप
आप कार्यालय की ओऱ से कहा गया है कि सीएम अरविंद केजरीवाल सिंगरौली के बाद छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होंगे। वहां उनको तीन और चार नवंबर को रायपुर व बिलासपुर की चुनावी सभाओं को संबोधित करना है। केजरीवाल के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस बीच अरविंद केजरीवाल ने प्रेस को दिये बयान में कहा है, ED का समन गैरकानूनी है। ये राजनीति से प्रेरित है। ED को अपना समन तत्काल प्रभाव से वापस ले लेना चाहिये। इसे केंद्र की बीजेपी सरकार के इशारे पर इशारे पर भेजा गया है। ताकि मैं चार राज्यों की चुनावी सभा में न जा सकूं।
हेमंत को पांच मिल चुका है समन
बता दें कि केजरीवाल से पहले ED झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को पांच बार पूछताछ के लिए समन भेज चुकी है। लेकिन हेमंत एक बार भी ED के दफ्तर नहीं गये हैं। हेमंत ने भी समन को गैरकानून बताते हुए सुप्रीम कोर्ट औऱ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा तेज है कि हेमंत मामले में ED का अगला कदम क्या होगा। गौरतलब है कि झारखंड में हुए भूमि घोटाला मामले में ED के अधिकारी सीएम हेमंत से पूछताछ करना चाहते हैं। वहीं, केजरीवाल से ED दिल्ली में हुए कथित शराब घोटाला मामले में पूछताछ करना चाहती है।