मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने दो दिवसीय दौरे पर आज सोमवार 30 अक्टूबर को दुमका जा रहे हैं। मुख्यमंत्री राज्य के सबसे लम्बे पुल का आज उद्धाटन करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मकरमपुर में आयोजित जनसभा को भी संबोधित करेंगे। दुमका विधानसभा क्षेत्र की जनता की मांग पर 198.11 करोड़ की लागत से पांच साल में 2.34 किलोमीटर यानी लगभग 2800 मीटर लम्बे इस पुल का निर्माण किया गया है। यह पुल मसानजोर डैम के जल संग्रहण क्षेत्र में शुमार मयूराक्षी नदी में दुमका के कुमड़ाबाद से मसलिया प्रखंड को जोड़ेगा। जो राज्य में अभी निर्मित पुलों में सबसे लंबा पुल होगा।
अब आवागमन में होगी आसानी
बता दें कि यह पुल सेल्फी ब्रिज के नाम से जाना जाने लगा है। हर दिन दुमका भारी तादाद में लोग इस पुल के साथ यहां के मनमोहक प्राकृतिक छटा को देखने पहुंचते हैं। इस उच्चस्तरीय पुल का निर्माण कार्य पूर्ण किये जाने से दुमका से मसानजोर, मकरमपुर और मसलिया प्रखंड की दूरी घट कर महज 15 किलोमीटर रह जायेगी। इसके साथ ही मयूराक्षी नदी और मसानजोर डैम के उस पार बसे दर्जनों गांवों के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आना- जाना सुगम हो जायेगा।
रघुवर दास के कार्यकाल में रखी गई थी आधारशिला
जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में 12 फरवरी 2018 को इस पुल की आधारशिला रखी गयी थी और कार्य प्रारंभ किया गया था। दो साल कोराना काल में पुल निर्माण का कार्य धीमी गति से चलता रहा। इसके बाद सीएमहेमंत सोरेन और दुमका के झामुमो विधायक बसंत सोरेन की पहल पर इस पुल के निर्माण कार्य में तेजी लाकर इस साल मार्च 2023 में ही कार्य पूर्ण कर लिया गया। बता दें कि दुमका के डीसी आंजनेयुलू दोड्डे ने रविवार की शाम मकरमपुर ग्राम में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को सफल बनाने के संबंध में प्रतिनियुक्त अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक की। ब्रीफिंग के दौरान उपायुक्त ने सभी पदाधिकारियों एवं दंडाधिकारियों को उनके दायित्वों के निर्वहन के मद्देनजर सभी को ससमय कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आए लोगो को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष खयाल रखे।