नई दिल्ली (एजेंसी)। केरल में एर्नाकुलम जिले के कलामासेरी स्थित एक कन्वेंशन सेंटर में रविवार सुबह हुए बम धमाकों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 36 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। यह विस्फोट उस समय हुआ जब ईसाइयों के एक सम्प्रदाय ‘यहोवा के साक्षी’ की प्रार्थना चल रही थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात की और बम विस्फोट के बाद की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने एनआईए और एनएसजी को भी मौके पर पहुंचकर घटना की जांच करने का निर्देश दिया है।
बम धमाकों के बाद Central Government हाई अलर्ट पर है. पूरे हालात पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह नजर बनाए हुए हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की आठ सदस्यीय टीम Kerala भेज दी गई है. विस्फोट में इस्तेमाल की गई सामग्रियों को इकट्ठा करने और जांच करने के लिए एक बम निरोधक इकाई को दिल्ली से Kerala भेजा गया है.
Kerala में एर्नाकुलम जिले के कलामासेरी स्थित एक कन्वेंशन सेंटर में Sunday सुबह एक के बाद हुए तीन बम धमाकों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 52 लोग घायल हुए हैं. यह विस्फोट उस समय हुआ, जब कन्वेंशन सेंटर में ईसाइयों के एक सम्प्रदाय ‘यहोवा के साक्षी’ की प्रार्थना सभा चल रही थी. एनआईए और Kerala Police की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. शाम को त्रिशूर जिले के कोडकारा Police स्टेशन में एक व्यक्ति ने यह दावा करते हुए सरेंडर किया है कि उसने ही कन्वेंशन सेंटर में बम लगाया था. हालांकि, Police ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि उसका ब्लास्ट से कोई कनेक्शन है या नहीं, लेकिन उससे पूछताछ की जा रही है.
Kerala की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का कहना है कि 52 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं. मेडिकल कालेज में 30 लोग भर्ती हैं, जिनमें से 18 आईसीयू में हैं. छह6 गंभीर रूप से घायल हैं, उनमें से एक 12 साल का बच्चा भी है. बाकी सभी घायल दूसरे प्राइवेट अस्पतालों में हैं. मृतक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. जमरा इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्जीबिशन सेंटर, कलामासेरी में हुए विस्फोट पर Kerala के डीजीपी डॉ शेख दरवेश साहब का कहना है कि मेरे मौके पर पहुंचने के बाद हम आज ही इसके लिए एक विशेष टीम का गठन करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या विस्फोट के संबंध में कोई जानकारी थी, उन्होंने कहा कि कोई विशेष जानकारी नहीं थी.
दूसरी तरफ, खुफिया एजेंसियों ने पिछले एक हफ्ते में गैर-मुसलमानों पर संभावित हमलों के लिए Kerala सरकार को 3 अलर्ट दिए थे, लेकिन Kerala सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. इस बीच Saturday रात को Kerala के मलप्पुरम में फिलिस्तीन समर्थक एक रैली हुई, जिसे हमास के पूर्व प्रमुख खालिद मेशाल ने आभासी रूप से संबोधित किया था. इस रैली के बमुश्किल 12 घंटे बाद आज सुबह एक के बाद हुए तीन बम धमाकों ने पूरे Kerala को हिलाकर रख दिया. इसी के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एनएसजी को घटना की जांच के निर्देश दिए. इसी के साथ एक अधिकारी सहित आठ सदस्यीय टीम बम विस्फोट के बारे में पूछताछ करने के लिए Kerala रवाना कर दी गई है.
इसी के साथ एनएसजी ने विस्फोट में इस्तेमाल की गई सामग्रियों को इकट्ठा करने और जांच करने के लिए अपनी एक बम निरोधक इकाई को भी दिल्ली से Kerala भेजा है. घटना की शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाकों के लिए आईईडी का इस्तेमाल हुआ है, जिसे टिफिन बॉक्स में छिपाकर भीड़ में अलग-अलग जगह पर रखा गया था, ताकि अफरा-तफरी मचने पर ज्यादा से ज्यादा लोग प्रभावित हो सकें. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें अफरा-तफरी के माहौल में लोग इधर से उधर भागते दिख रहे हैं. कुर्सियां आग की लपटों में घिरी हुई हैं और कुछ लोग आग को फैलने से रोकने के लिए वहां से कुर्सियों को हटा रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ईसाई समुदाय को निशाना बनाकर किए गए इस विस्फोट के लिए Kerala सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि State government ने कल ही आतंकी संगठन हमास के पूर्व प्रमुख को फिलिस्तीन समर्थक रैली को वर्चुअली संबोधित करने की अनुमति दी और Kerala सरकार ने उस कार्यक्रम को होने दिया और इसके बाद हम विस्फोटों के रूप में यह परिणाम देख रहे हैं. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान कहते हैं कि कालामासेरी में एक धार्मिक सभा में विस्फोट के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हो गए. उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना की है.
Kerala में हुए धमाकों पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अल्फोंस केजे का कहना है कि जाहिर तौर पर कई धमाके होने से स्थिति बेहद गंभीर है. मैं लंबे समय से चेतावनी दे रहा हूं कि Kerala में यह बहुत लंबे समय से हो रहा है, आज Kerala आतंकवाद की चपेट में है, जिसे रोकना होगा. भाजपा नेता अनिल एंटनी कहते हैं कि Kerala में पिछले कुछ वर्षों में बहुत सारे कट्टरपंथी संगठनों का उदय देखा गया है. अब Kerala में कम्युनिस्ट पार्टी का शासन है. कांग्रेस और मुस्लिम लीग दो प्रमुख विपक्षी दल हैं. ये तीनों इंडी गठबंधन का हिस्सा हैं. कल Kerala में एक आतंकी नेता विशाल भीड़ को वर्चुअली संबोधित कर रहा था. भाजपा इन सभी गतिविधियों की कड़ी निंदा करती है. पिछले कुछ महीनों में एनआईए ने Kerala में कई जांच की हैं. एक बार फिर एनआईए को इसमें कदम उठाना होगा.