झारखंड की राजधानी रांची में विजय दशमी के दिन मंगलवार (24 अक्कटूबर) म से कम सात जगह रावण दहन किया गया. सबसे बड़ा रावण ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में बना था. यहां 70 फीट के रावण का दहन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया.
शाम को करीब पौने सात बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बटन दबाया और रावण, उसके छोटे भाई कुंभकर्ण और बेटे मेघनाद का पुतला धू-धू कर जल उठा. मुख्यमंत्री ने बैंगनी रंग का कुर्ता और सफेद पायजामा पहन रखा था. गले में उन्होंने लाल चुनरी भी डाल रखी थी. जब सीएम ने बटन दबाया उनके बेटे बड़े गौर से उसे देख रहे थे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ मंच पर रांची के सांसद संजय सेठ और विधायक सीपी सिंह भी मौजूद थे. इस अवसर पर कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए. खासकर छऊ नृत्य को लोगों ने काफी सराहा.
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोगों को संबोधित भी किया. उन्होंने विजयदशमी की सभी को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने राज्य एवं यहां के लोगों की सुख-समृद्धि की कामना भी की. इस अवसर पर जमकर आतिशबाजी भी हुई. वर्षों से पंजाबी बिरादरी की ओर से रांची में रावण दहन का आयोजन हो रहा है.
रावण दहन करने से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष और सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन ने राम, लक्ष्मण और सीता की आरती उतारी. इसके बाद उन्होंने रावण दहन करने के लिए रिमोट का बटन दबाया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राम, लक्ष्मण, सीता और बाल हनुमान के साथ तस्वीरें भी खिंचवाई. उन्होंने बाल हनुमान की गदा अपने हाथों से पकड़ रखी थी. पंजाबी बिरादरी ने हेमंत सोरेन को आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया.