झारखंड के विकास को लेकर सीएम हेमंत लगातार दावे करते नजर आते हैं। सीएम आए दिन कहते नजर आते हैं कि राज्य के हर जिले, हर गांव तक हम विकास कर रहे हैं। लेकिन आज भी कई ऐसे गांव है जो सरकार की दावों को खारिज करती नजर आती है। जहां ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा तक मुहैया नहीं कराई गई है। जो तस्वीर आप ऊपर देख रहे हैं। यह तस्वीर झारखंड के लातेहार जिले के माल्हन पंचायत की है। यहां स्वास्थ्य सेवा तो दूर पक्की सड़क भी नहीं है। जिस कारण एंबुलेंस वहां नहीं पहुंचती है। दरअसल बुधवार को गांव के दीपक गंझू की गर्भवती पत्नी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। ऐसे में परिजनों को अस्पताल पहुंचने के लिए खटिये का सहारा लेना पड़ा। परिजन मरीज को लेकर ढ़ाई किलोमीटर तक पैदल चलें जब जाकर उन्हें एंबुलेंस मिला। जिसके बाद से एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया,जहां उसका इलाज किया जा रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता ने जाहिर की नारजगी
वहीं इस स्थिति को देख सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश नाथ लोहरा ने व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि गांव विकास से कोसों दूर है। पंचायत के मुखिया जतरु कुमार मुंडा कहते हैं सड़क निर्माण के लिए विभाग को लिखा गया है, जल्द ही गांव में सड़क बनवायी जाएगी।
ऐसी तस्वीर सरकार के दावों को कर रही झूठा साबित
भले ही महिला का खतरे से बाहर है। लेकिन कुछ भी हो सकता है। ऐसे में यह सोचने वाली बात है कि जिस झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री आए दिन आत्याआधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का फीता काटते नजर आते हैं। यह कहते हैं कि सरकार गांवों की विकास के लिए लगातार काम कर रही है। वहीं जहां के सीएम आपकी सरकार आपके दरबार कार्यक्रम करती है। ऐसे में झारखंड की ये तस्वीर निकल कर सामने आना मंत्री के दावों को झूठा साबित करती दिखती है।