आर्थिक तंगी से जूझ रहे HEC के कर्मियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। आलम यह हो गया है कि पैसे की अभाव के कारण अब कर्मियों की जान जाने लगी है। शनिवार को आर्थिक तंगी के कारण HEC के दो कर्मियों की मौत हो गई है। इस बात की जानकारी हटिया मजदूर लोक मंच के राजकुमार नायर ने दी। उन्होंने बताया कि एफएफपी के 05 शॉप में कार्यरत शाहदेव लोहरा और एचएमटीपी में कार्यरत नंदू मुंडा का देहांत शनिवार को हो गया। नायक ने कहा कि 19 माह का वेतन बकाया होने के कारण आर्थिक तंगी का सामना कर रहे थे। इस कारण वे ठीक ढंग से इलाज नहीं करा पा रहे थे।
पैसे की कमी के कारण नहीं करवा पा रहे थे इलाज
राजकुमार नायर ने बताया कि शाहदेव लोहरा की तबीयत अचानक शनिवार को खराब हो गयी। वह ब्लड प्रेशर व शुगर के मरीज थे। शनिवार को तबीयत खराब होने के बाद परिजन उन्हें इएसआइ अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। वहीं नंदू मुंडा भी वेतन न मिलने से आर्थिक तंगी से परेशान चल रहे थे। वह सही से इलाज भी करवा रहे थे। सही इलाज नहीं होने के कारण उनका देहांत हो गया।
19 माह का वेतन बकाया
आर्थिक संकट से जूझ रहे एचइसी कर्मियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। एक ओर जहां कर्मियों को 19 माह से वेतन नहीं मिला है। वहीं कर्मियों को पीएफ मद से लोन भी नहीं मिल रहा है। 200 से अधिक कर्मियों ने पीएफ लोन के लिए आवेदन किया है। इस संबंध में एचइसी के अधिकारी ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण प्रबंधन कर्मियों का पीएफ भी जमा नहीं कर रहा है। एचइसी में वर्तमान में 2800 कर्मी कार्यरत हैं। प्रबंधन को पीएफ एकाउंट में 158 करोड़ जमा करना है। कंपनी के पीएफ ट्रस्ट में 30 करोड़ रुपये एक जनवरी 2022 से जून 2023 तक जमा नहीं किये गये हैं. वहीं, पहले से 128 करोड़ पीएफ मद में बकाया है।
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