बोकारो। एनआरआई के परिवारिक विवाद का एक ऐसा मामला जो झारखंड के बोकारो से होते हुए पहले बिहार के पटना पहुंचा फिर कर्नाटक के बेंगलुरु से होते हुए अमेरिका के हॉस्टन तक पहुंच गया। डोमेस्टिक वायलेंस का यह मामला एक एनआरआई परिवार के बीच इस कदर बढ़ा की अमेरिका से लेकर हिंदुस्तान की पुलिस परेशान रही। बताया जा रहा है कि अमित सिन्हा जो एक एनआरआई है और अमेरिका में रहते हैं जो पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और जिनकी शादी 22 साल पहले प्रिया सिन्हा से हुई थी। प्रिया के अनुसार शादी के 7 साल तक सब कुछ ठीक रहा लेकिन उसके बाद साल 2009 में अमेरिका जाने के बाद कुछ सालों तक ठीक-ठाक रहा लेकिन उसके ठीक बाद प्रताड़ना शुरू हो गई, जिसके कारण प्रिया सिन्हा को भागकर झारखंड के बोकारो आना पड़ा। प्रिया की माने तो वह बोकारो के सेक्टर 5 स्थित आवास मे अपने ससुराल में रह रही थी जहां उसे प्रताड़ना का दंश झेलना पड़ा। अंत में मामला आज बोकारो के महिला थाना पहुंच गया। अमित और प्रिया सिन्हा का एक बेटा भी है जो जोधपुर से आईआईटी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। परिवार में हंगामा देखकर मानव अधिकार की टीम भी पहुंची और तब जाकर यह मामला बोकारो के महिला थाना पहुंचा। मानवाधिकार के सदस्यों ने कहा कि प्रताड़ना की शिकायत के बाद वे लोग पहुंचे थे। वही महिला ने प्रताड़ना की आपबीती सुनाई। हालांकि एनआरआई पति अमित सिन्हा कुछ भी बोलने से बचते रहे। करोड़ों के सालाना पैकेज पर काम करने वाले अमित सिन्हा का और प्रिया सिन्हा का मामला अमेरिका के हॉस्टन पुलिस स्टेशन तक पहुंचा और फिर ये मामला बोकारो पुलिस तक पहुंची। बोकारो के महिला थाना पहुंचते ही पुलिस एक्शन में आई और एनआरआई पति और पत्नी को थाने में बैठाया गया जहां दोनों के बीच आपसी सुलह हुआ। हालाकी दोनों अभी एक दूसरे के साथ नहीं रहेंगे लेकिन एनआरआई के द्वारा मासिक भत्ता देने का लिखित आश्वासन के बाद मामला अभी शांत हुआ है। हालांकि बोकारो के महिला थाना के पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह एनआरआई पति पत्नी के बीच विवाद था जिसे सुलझाने की कोशिश की गई। जहां दोनो अलग अलग रहेंगे और पत्नी को मासिक भत्ते के साथ अन्य सुविधा जिसमे रहने के लिए घर सहित अन्य व्यवस्था की जिम्मेदारी पति ने लिया है। पुलिस की माने तो यही सब शर्त के साथ इस विवाद को सुलझाने की कोशिश की गई।
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