

हजारीबाग के कटकमसांडी प्रखंड मुख्यालय स्थित एक गांव में झोलाछाप डॉक्टर के गलत इंजेक्शन दिये जाने से एक युवक की पूरी हथेली काटनी पड़ी। पीड़ित युवक का नाम नेमधारी सिंह भोगता (20) है। घटना कटकमसांडी थाना क्षेत्र के नचले गांव की। नेमधारी ने बताया कि उसे सर्दी और बुखार हो गया था। इलाज के लिए वह कटकमसांडी चौक स्थित झोलाछाप डॉक्टर कार्तिक चंद्र अधिकारी के क्लिनिक में गया। पीड़ित ने सर्दी बुखार की दवाई मांगी। इस पर डॉक्टर ने कहा कि टेबलेट से जल्दी ठीक नहीं होगा, सुई देता हूं। जल्दी ठीक हो जाओगे। इसके बाद उन्होंने दाहिने हाथ के नस में इंजेक्शन लगा दिया।
हाथ में गैंगरीन हो गया था
नेमधारी ने बताया कि इंजेक्शन लगाते ही हाथ में तेज जलन होने लगी। इस पर कार्तिक चंद्र अधिकारी ने कहा कि दवा हार्ड है इसलिए जलन हो रही है। थोड़ी देर में ठीक हो जायेगा। दूसरे दिन हथेली में सूजन आ गया और जलन होने लगी। इसपर उन्होंने दूसरे दिन दर्द का टेबलेट दिया और कहा ठीक हो जायेगा। तीसरे दिन एक अंगुली काली पड़ गयी। 4 दिनों में पूरी हथेली काली पड़ गई और जलन से परेशान होकर युवक फिर उसके पास गया। इसके बाद झोलाछाप डॉक्टर उनको रांची के डॉक्टर के पास ले गया। रांची में डॉक्टर ने जांच के बाद हाथ में गैंगरीन हो जाने की बात कही और तुरंत हथेली काटने की सलाह दी। कहा कि ऐसा नहीं करने पर पूरा हाथ काटना पड़ेगा। युवक की हथेली काट दी गयी।
20 लाख मुआवजा देगा डॉक्टर
हथेली कट जाने से नेमधारी ने बताया कि दाहिने हाथ की हथेली कट जाने के वह अब न तो कलम पकड़ सकता है और न ही अन्य कार्य कर सकता है। वर्तमान में वह मार्खम कॉलेज ऑफ कॉमर्स हजारीबाग में बीए सेमेस्टर-2 का छात्र है और हजारीबाग में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहा था। युवक का कहना है कि इस घटना से उसकी पूरी जिंदगी तबाह हो गई। प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी भूषण राणा ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी। जांच मे दोषी पाए जाने पर तथाकथित डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी। इधर कार्तिक चन्द्र अधिकारी ने नेमधारी सिंह भोक्ता के जीवन यापन के लिए 20 लाख रुपये देने की लिखित घोषणा पंचों के सामने की है।
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