राजधानी में आए दिन जमीन विवाद को लेकर मारपीट और हत्या के मामले सामने आते रहते हैं। यही कारण है कि अब तो थाना स्तर भी जमीन दलालों को पुलिस ने चिह्नित कर उनपर लगाम लगाने की कोशिश की। लेकिन फिलहाल यह कोशिश नाकाम साबित हो रही है। जमीन दलालों के हौसले इतने बुलंद है कि अंचल कार्यालय के कर्मी भी परेशान होकर अब वरीय पदाधिकारियों व एसएसपी से गुहार लगाने को मजबूर हैं। । ताजा मामला रांची के कांके अंचल का है। यहां दलालों से परेशान कर्मियों ने सीओ से गुहार लगाई। जिसके बाद सीओ ने गृह सचिव, रांची डीसी, अपर समाहर्ता और एसएसपी को पत्र लिखकर कहा है कि अंचल कायालय कांके में सक्रिय दलालों के विरुद्ध संयुक्त हस्ताक्षरित शिकायत पत्र समर्पित किया गया है। ऐस में अनुरोध है कि उक्त मामले में दलालों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करने की कृपा की जाए।
कर्मियों ने पत्र में इन्हें बताया दलाल:-
- मो० असामुद्दीन अंसारी उर्फ शाहिद – हुसीर
- मिन्हाजुल अंसारी- हुसीर
- मो० रिजवान अंसारी- हुसीर
- विजय राम- बुकरू
- चांद मंसुरी- सुकुरहुटू
- मंटू सिंह- लालगंज
- अनिल तिवारी- लालगंज
- अर्जुन साहु- होचर
- अजय कुमार- अरसंडे
- महानंद महतो- हुन्दुर
- फैज फारूकी- हिंदपीढ़ी,रांची
- अल्ताफ रजा- होचर
जानें क्या है पूरा मामला
कांके अंचल के कर्मियों ने संयुक्त रूप से पत्र लिखकर कांके सीओ को बताया कि जमीन दलाल एवं भू माफियाओं के द्वारा प्रत्येक दिन अंचल कार्यालय में भयादोहन एवं प्रत्येक अंचल कर्मी, राजस्व उप निरीक्षक एवं अंचल निरीक्षक के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। साथ ही जान से मारने, शारारिक नुकसान करने, अपराहन में घर जाने के समय रास्ते में रोककर गाली गलौज एवं अन्य तरह का धमकी द जाती है। दलाल एवं भू-माफिया कार्यालय खुलने से पहले ही अंचल कार्यालय परिसर पहुँच जाते हैं तथा कार्यालय बंद होने तक कार्यालय परिसर में अड्डेबाजी करते हैं। आम नागरिक भी यदि अपना कोई कार्य लेकर अंचल कार्यालय आते हैं तो कार्यालय से बाहर ही उन्हें राजस्व संबंधी कागजात यह कहकर ले लिया जाता है कि “मैं अंचल कार्यालय का कर्मी हूं, मैं आपका काम करवा दूंगा।” उनके द्वारा ग्रामीणों को यह भी बोला जाता है कि अचल कार्यालय में कार्य कराने में पैसा लगता है तथा कार्यालय कर्मियों के नाम से पैसा ले लिया जाता है जिससे कार्यालय की बदनामी होती है।
काम नहीं करने पर पैसा मांगने का आरोप लगाने की कहते हैं बात
कर्मियों ने अपने पत्र में बताया कि इन लोगों के द्वारा गलत कार्य करने को लेकर दबाव बनाया जाता है। सभी दलाल, फर्जी पत्रकार जिनका अस्तित्व नहीं है वैसे यू-ट्यूबर फर्जी पत्रकार से भी सांठ गांठ रखते हैं। झूठा बयान दिलवाकर ब्लैकमेलिंग करते हैं कि मेरा काम कर दो नहीं तो आपके उपर पैसा मांगने का आरोप लगाकर उच्चाधिकारियों को लिख कर दूंगा। सस्पेंड करवा दूंगा। गलत कार्य को नहीं करने पर उनके द्वारा विडियो रिकॉर्डिंग एवं फोटो खिंच कर वायरल करने का धमकी के साथ वरीय पदाधिकारियों को फर्जी ट्वीटर अकाउंट बनाकर ट्वीट करने का भी धमकी दी जाती है। अंचल कार्यालय में बिना काम के आकर बैठे रहते है एवं अकसर दूसरे आम जनो का काम लेकर आते हैं। आमजनों के काम का निपटारा करने के समय उस काम को छोड़कर अपना काम कराने को लेकर बहस करते हैं।
थाने में बॉन्ड भरने के बाद भी नहीं सुधर रहे दलाल
कर्मियों ने अपने पत्र में यह भी कहा कि सभी कार्यालय कर्मी इन दलालों से बहुत ही ज्यादा मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं। सभी भय के माहौल कार्य करने में विवश है। इन दलालों पर पूर्व में भी अंचल अधिकारी, कांके द्वारा अंचल कर्मियों से मारपीट, गाली गलौज, भयादोहन एवं अन्य प्रकार का धमकी देने के संबंध में कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज है। सभी दलालों के द्वारा BOND भरा हुआ है कि अब भविष्य में किसी प्रकार का गलत कार्य कराने के लिए किसी भी कार्यालय कर्मी के साथ दुर्व्यवहार नहीं करेंगे। परन्तु इन दलालों के आचरण में किसी प्रकार का सुधार नहीं आया है। अभी भी सभी दलाल पूर्व की भांति गलत कार्य करने को लेकर कार्यालय कर्मियों पर जबरन दबाव बनाते हैं।
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