रांची। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग (एनसीएमईआई) की बैठक झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के संयुक्त रूप से मोरहाबादी स्थित स्टेट गेस्ट हाउस में की गई। इस बैठक में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग के सदस्य डा शाहीद अख्तर और झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान सहित प्रायमरी एजुकेशन , सेकेंडरी एजुकेशन के निदेशक व उपनिदेशक, जैक सचिव मुख्य रूप से उपस्थित थे। डॉक्टर शाहिद अख्तर ने बताया कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान खासकर राज्य के अंतर्गत आने वाले अल्पसंख्यकों के शिक्षण संस्थानों को प्राप्त उनके संवैधानिक अधिकारों के प्रति राज्य सरकार को गंभीर होना होगा । जिससे अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं के अधिकारों को सुनिश्चित कर सके। मुख्य उद्देश्य यही है कि अल्पसंख्यकों के तालीम से ही उसकी तरक्की और खुशहाली है। आगे उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों के प्रति ढूलमूल रवैया अपना रही है। डॉ शाहीद ने नाराजगी जताते हुए कहा कि झारखंड राज्य के जितने भी अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थानें हैं उसे सरकार प्रमाण पत्र एवं एन ओ सी नहीं प्रदान कर रही है यह गंभीर मामला है। संबंधित अधिकारी गण संविधान के प्रति जागरूक नहीं है। उन्होंने आगे बताया कि अल्पसंख्यकों को अपना स्वेच्छा से अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान खोलने और उसे चलाने का पूरी अधिकार आर्टिकल 30 (1)के अंतर्गत दी गई है । इसी को समझने की जरूरत है। आगे उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग को निर्देश दिया गया है कि जल्दी उच्च स्तरीय बैठक कर अल्पसंख्यक संस्थानों को एन ओ सी और अल्पसंख्यक प्रमाण पत्र देने की पहल करें । इसके लिए उच्च स्तरीय बैठक कर सभी अधिकारियों को निर्देशित करें। डॉ शाहिद अख्तर ने आगे बताया कि आर्टिकल 30(1) के अंतर्गत राइट टू एजुकेशन से बाहर रखा गया एवं अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षक नियुक्तियों में सरकारी हस्तक्षेप को आयोग बर्दाश्त नहीं करेगा। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों में जितने भी पद खाली हैं उसे अविलंब भरा जाए । वहीं झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने कहा अल्पसंख्यक स्कूलों एवं शैक्षणिक संस्थाओं के बारे में जो जानकारियां यहां से प्राप्त हुई है और जो आंकड़े सामने आ रहे हैं यह चिंता जनक है। डॉक्टर शाहिद अख्तर ने जो जानकारी उपलब्ध कराई है, इसको अपने सभी पदाधिकारी एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर गंभीरता पूर्वक इसमें सुधार करते हुए जो दिशा निर्देश दिया गया है उसे पर पहल की जाएगी।
मौके पर निशा कुजूर उपनिदेशक सेकेंडरी एजुकेशन, सच्चिदानंद झा सचिव जैक , अवर सचिव प्राइमरी एजुकेशन सहित कई शिक्षा पदाधिकारी गण शामिल थे।

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