-अजय कुमार
चौपारण (हजारीबाग) : मंगलवार को हजारीबाग में घटित घटना में दिव्यांग किशोर साहिल शाह उर्फ बोना शाह ने जान की बाजी लगाकर एक-एक कर तीन बेटियों को बचाने में कामयाब रहा। चौपारण के चयखुर्द गांव विक्रम के इस किशोर की उम्र महज 16 वर्ष है। एक हाथ से वह दिव्यांग है फिर भी तैराकी करने में माहिर है। वह मंगलवार को सुबह करीब आठ बजे बराकर नदी के ओबरा घाट में मछली मार रहा था। उसने देखा कि करम डाली का विसर्जन करने के लिए नदी में छह लड़कियां डूब रही हैं, तो उसने अपनी परवाह नहीं की। नदी में कूद पड़ा। असाधारण वीरता और अदम्य साहस से अपने दम पर तीन बच्चियों को डुबने से बचाया। उसे दुख इस बात का है कि अन्य तीन लड़कियों को नहीं बचा पाया। तेज बहाव होने के कारण वह पानी में बह गई।
इधर घटना के बाद चारों तरफ गम का माहौल है. इसके बिच साहिल का यह सकारात्मक किस्सा सभी की जुबान पर है. सोशल मीडिया पर साहिल की जम कर तारीफ़ हो रही है. शहर के समाजसेवी से लेकर आमलोग साहिल की तारीफों के पुल बाँध रहे हैं. लोगों ने उन्हें हीरो कह कर भी पुकारना शुरू कर दिया है.