झारखंड में शराब घोटाले की जांच जारी है। 23 अगस्त को इस मामले में पहली बार ईडी ने रांची, गिरिडीह, धनबाद, देवघर, दुमका, गोड्डा, कोलकाता और जामताड़ा में कुल 32 ठिकानों पर छापा मारा था। इस छापेमारी के दौरान प्रदेश के वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे के पास 30 लाख रुपये मिले थे। इस केस में अब तक ईडी ने 50 लोगों से पूछताछ की है। 

छापेमारी में ईडी को क्या-क्या मिला
छापेमारी में वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे के पास 30 लाख रुपये नकद और नेक्सजेन के मालिक विनय सिंह के आवास से जेवरात मिले। इस दौरान कई बैंक खाता, हार्ड डिस्क, और निवेश से संबंधिक काजगात मिले। 

बीजेपी नेताओं पर भी कसा शिकंजा
गौरतलब है कि ईडी ने इस केस में गिरिडीह से बीजेपी के पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी और उनके बेटे के शाहाबादी हाउस में भी छापेमारी की। कहा जा रहा है कि यह दोनों भी शराब कारोबार में योगेंद्र तिवारी के सहयोगी थे। देवघऱ में बिहार के पूर्व सीएम विनोदानंद झा के पोते अभिषेक आनंद झा के आवास और गोड्डा में अमर टेकरीवाल के आवास पर छापा मारा गया। 

ईडी की जांच पर सियासी बयानबाजी भी
इधर, बीजेपी नेताओं का आरोप है कि छत्तीसगढ़ की शराब नीति के तर्ज पर झारखंड में भी नीति बनाकर करोड़ों रुपये के घोटाला किया गया। बाबूलाल मरांडी ने भी इस केस में लगातार आरोप लगाए हैं। हालांकि, अभी ईडी की जांच जारी है। जांच से ही सबकुछ स्पष्ट होगा। 

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