नई दिल्ली: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए विवादित बयान पर राजनीतिक बयानबाजी जोरों पर है। इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने गुरुवार को एक्स पर पत्र साझा करते हुए बेटे के बयान पर सफाई दी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा समर्थक ताकतें दमनकारी सिद्धांतों के खिलाफ उनके रुख को बर्दाश्त करने में असमर्थ हैं। उन्होंने एक झूठी कहानी फैलाई है, जिसमें आरोप लगाया गया है, “उदयनिधि ने सनातन विचारों वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान किया था जबकि ऐसा नहीं है।”
एमके स्टालिन ने कहा, “उदयनिधि ने सनातन सिद्धांतों पर अपने विचार व्यक्त किए, जो अनुसूचित जाति, जनजातियों और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करते हैं, उनका किसी भी धर्म या धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। उदयनिधि के बयान का राजनीतिक लाभ उठाने के लिए अपने व्याख्यान दे दिए गए, जो गलत है।”
इससे पहले तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है, वो किसी भी धर्म के दुश्मन नहीं हैं।