पाकुड़। सदर अंचल के गंधाईपुर गांव में रविवार को दोपहर करीब 3:00 बजे आग ने तबाही मचा दी। अचानक लगी आग से कम से कम 30 से 40 घर जल गए। घटना में लाखों का सामान जलकर राख हो गया। पीड़ित परिवारों में सभी गरीब और मजदूर वर्ग के लोग शामिल हैं। घटना के बाद सभी पीड़ित परिवार सड़क पर आ गए हैं। घर में खाने का एक दाना तक नहीं बचा है। घरेलू सामानों में फर्नीचर, कपड़े और अनाज सहित तमाम चीजें जलकर नष्ट हो चुका है। एकाद परिवार ही अपने कुछ सामानों को बचा पाए हैं। आग लगने की वजहों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है।
ग्रामीणों ने बताया कि आग सबसे पहले सद्दाम शेख के घर के पास मवेशी के लिए रखे चारा में लगी थी। यहां से आग सद्दाम शेख के घर में चली गई। फिर आग ने एक के बाद एक घर को आगोश में लेना शुरू कर दिया। देखते ही देखते 30 से 40 घर आग की जद में आ गया। आग की लपटें काफी तेज थी। जिस वजह से आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था। घटना की खबर मिलते ही ग्रामीणों का पहुंचाना शुरू हो गया। लोग आग को बुझाने में जुट गए। अग्निशमन विभाग की टीम वाहन के साथ पहुंची थी। मुफस्सिल थाना प्रभारी मिंटू कुमार भारती दल बल के साथ पहुंचे थे। थाना प्रभारी और अग्निशमन विभाग के सूझबूझ से आग पर काबू पाया गया। वहीं ग्रामीणों ने आग को बुझाने में काफी मशक्कत की। आग पर पूरी तरह काबू पाने में तकरीबन डेढ़ घंटे लग गए।
सीओ ने लिया जायजा
घटना की सूचना मिलते ही अंचल अधिकारी आलोक वरण केसरी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया। पीड़ित परिवारों से नुकसान की जानकारी ली। पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
पंचायत से तत्काल दिलाया गया कंबल
पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत के तौर पर ग्रामीणों ने अपने अपने स्तर से खाने-पीने का व्यवस्था कराया। वहीं पंचायत की ओर से कंबल दिलाया गया। आगे राहत सामग्री मुहैया कराने की कार्रवाई चल रही थी।
पीड़ित परिवारों की चीख-पुकार से गूंज उठा गांव
घटना के दौरान चीख-पुकार से पूरा गांव गूंज उठा। पीड़ित परिवारों के लोगों की चीख-पुकार से हर कोई सहमे हुए थे। महिलाएं और बच्चों की हालत सबसे ज्यादा दयनीय थी। अपने घर को जलते हुए देख महिलाएं बिलख रही थी। बच्चों के आंसू थम नहीं रहे थे। यह मंजर बेहद ही मर्माहत कर देने वाली थी।
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