पाकुड़। गुड फ्राइडे पर शुक्रवार को गिरजाघरों में सुबह से ही ईसाई धर्मावलंबियों का तांता लगने लगा। चाहे मेथोडिस्ट चर्च धनुषपूजा हो या जिदातो बंगला गिरजाघर या फिर संत जोशेफ स्थित रोमन कैथोलिक चर्च हर जगह गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाएं हुईं।जग को मानवता, प्रेम,दया,करुणा और शांति का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को सूली पर लटकाए जाने की याद में शुक्रवार को गुड फ्राइडे पर ईसाई धर्मावलंबियों ने सामूहिक प्रार्थना सभाओं में उनको नमन किया। इस दौरान प्रभु यीशु के सात वचनों को याद किया गया। साथ ही उनके मानवता-प्रेम के संदेशों को आत्मसात कर आगे बढ़ने का संकल्प लिया गया।फादर एमानुएल चित्रकार एवं फादर स्टीफन ने प्रभु के संदेशों के बारे में लोगों को बताया। साथ ही मानवता के लिए उनके बलिदान को याद किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मसीही समुदाय के लोग मौजूद रहे।इस अवसर पर प्रभु के सातों वचनों को याद किया गया। फादर ने कहा कि वे मृत्यु के भय को त्यागकर प्रभु यीशु मसीह के बताए सत्य और शांति के मार्ग पर चलने का संकल्प लें।उन्होंने बताया कि प्रभु यीशु मसीह को जब सूली पर चढ़ाया गया तो सबसे पहले उन्होंने कहा कि हे पिता इन्हें क्षमा करना,क्योंकि ये नहीं जानते कि कर क्या रहे हैं। प्रार्थना सभा में प्रभु यीशु के सातों वचनों को एक-एक कर स्मरण कराया गया। प्रार्थना सभा के बाद मसीही भजनों की प्रस्तुति हुई।
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें।