एजेंसी। चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। अविभाजित आंध्र प्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री रहे नल्लारी किरण कुमार रेड्डी ने आज शुक्रवार को भाजपा का दामन थाम लिया है। आज दोपहर दिल्ली में भाजपा के प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में किरण रेड्डी ने भाजपा में प्रवेश किया। किरण कुमार रेड्डी ने कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया था और वह पिछले कुछ समय से राजनीति से दूर थे।
रिपोर्टों का कहना है कि किरण कुमार रेड्डी आगामी चुनावों के लिए भाजपा नेताओं से संयुक्त जिम्मेदारियों के आश्वासन के साथ भाजपा में शामिल होने के लिए आगे आए। वे अविभाजित आंध्र प्रदेश में विधान सभा के सदस्य के रूप में चार बार चुने गए थे।
उन्होंने अपनी नई राजनीतिक पार्टी ‘जय समैक्य आंध्र पार्टी’ बनाई थी। उस समय चुनावों में, पार्टी एक भी सीट जीतने में विफल रही और सभी सीटों पर चुनाव लड़े जाने पर जमा राशि खो दी। जिसके बाद 13 जुलाई, 2018 को पार्टी भंग हो गई और रेड्डी फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। किरण रेड्डी ने 11 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखा जिसमे उन्होंने लिखा – “कृपया इस पत्र को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से मेरे इस्तीफे के रूप में स्वीकार करें।
बता दें कल, गुरूवार को ही पूर्व रक्षा मंत्री के बेटे और दशकों तक सोनिया गांधी के सबसे भरोसेमंद करीबी, एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी भी केरल में BJP में शामिल हुए हैं। अनिल एंटनी ने 2002 के गुजरात दंगों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर BBC की डॉक्यूमेंट्री पर विवाद के बाद जनवरी में कांग्रेस छोड़ दी थी। नई दिल्ली में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में अनिल ने भाजपा ज्वाइन की।
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