एजेंसी। झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का निधन हो गया. वह 56 वर्ष के थे. 14 मार्च को दुबारा एयरलिफ्ट कर उन्हें इलाज के लिए रांची से चेन्नई ले जाया गय था. आज सुबह चेन्नई में उनका निधन हो गया. मालूम हो कि पहले कोरोना काल में वह कोरोना की चपेट में आ गए थे. तब उनका लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया था. करीब एक साल ठीकठाक रहने के बाद फिर से उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद 14 मार्च को एयरलिफ्ट कर चेन्नई ले जाया गया था. उनके निधन से झारखंड के राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी समेत विभिन्न राजनीतिज्ञों ने निधन पर शोक जताया है.

हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री रहे जगरनाथ महतोडुमरी सीट से विधायक थे जगरनाथ महतो ने 2019 के चुनाव में भी डुमरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था. उन्होंने आजसू की यशोदा देवी को हराया था. इससे पहले 2014 में भाजपा के लालचंद महतो को 32481 मतों से पराजित किया था.

डुमरी विधानसभा क्षेत्र पर जेएमएम का गढ़ माना जाता है, जेएमएम के जगरनाथ महतो ने यहां से 2005, 2009, 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी. इस सीट से लगातार तीन बार विधायक बनने वाले वे एकमात्र नेता थे. नावाडीह प्रखंड के अलारगो के सिमराकुल्ही गांव के रहनेवाले जगरनाथ महतो मैट्रिक तक शिक्षा हासिल की थी. उन्होंने अपनी राजनीतिक कैरियर की शुरुआत 1990 में की थी. उन्होंने यहां के विधायक रहे शिवा महतो के सहयोगी के रूप में काम किया था. उन्होंने पहली बार 2000 में समता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे।

सीएम हेमंत ने जताया शोक

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्विट करके संवेदना जताई है. हेमंत ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है. कहा है कि हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे. आज झारखंड ने महान आंदोलनकारी, जुझारु, कर्मठ व जनप्रिय नेता खो दिया. परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुख की यह घड़ी सहन करने की शक्ति दे.

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