
एसएसपी चंदन की पहल पर आर्मी जवान की अब बच जायेगी नौकरी
रांची। पुलिस उप महानिरीक्षक सह वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि 4 फरवरी को देर शाम नगड़ी थाना अंतर्गत कतरप्पा के देवी मंडप से करीब 50 मीटर की दूरी पर दो युवकों मनोज और बुध राम की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस पूरे मामले में पुलिस को सफलता मिली और 25 घंटा के अंदर इस मामले में सम्मिलित दो अभियुक्तों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस उप महा निरीक्षक सह वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस पूरे टीम में ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल की अहम भूमिका रही इस उदभेदन में,इसके साथ डीएसपी मुख्यालय तो अरविंद कुमार, रातू थाना प्रभारी राम नारायण सिंह , ओरमांझी थाना प्रभारी अनिल कुमार, नगड़ी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार राय ,दलादिली ओपी संदीप कुमार सहित नगडी थाना के पुलिस अवर निरीक्षक भाभुम कुमार, सहायक अवर निरीक्षिक उज्जवल कुमार रातू एवं क्यू आर टी के टीम भी छापेमारी में शामिल थे । इन पुलिस कर्मियों की मदद से दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
सेना के जवान ने की हत्या:
पूछताछ के क्रम में आरोपी मनोहर टोपनो ने पुलिस को बताया कि वह जेनरल ड्यूटी सिपाही 4291579 y नौ विहार मेरठ यूनिट का जवान के पद पर है, और वह 2015-16 में बुधराम मुंडा के बड़े भाई स्वर्गीय शनिचरा मुंडा से करीब ₹22000 डेसिमल करके करीब 36 डिसमिल जमीन खरीदा था और इसके आवास पे जाकर उसके भाई और परिजनों को पैसे भी दिया था। लेकिन शनिचरा के मौत हो जाने के बाद उसका भाई बुधराम इस जमीन को डील कर रहा था और मनोहर टोपनो जो सेना में तैनात था वह जब छुट्टी में आता था तो उससे फिर पैसा मांगता था और जमीन को फिर दूसरे से बेचने या फिर किसी द्वारा कब्जा कराने या अन्य तरह से मनोहर को परेशान करता था। इस संबंध में मनोहर कई बार बुधराम से और उसके परिवार से मिला भी और उसके परिवार के समक्ष भी ₹2 लाख भी दिया। लेकिन जब भी वह छुट्टी में घर आता था तो उसे परेशानियों का सामना करना पड़ता था । इस कारण से वह काफी परेशान हो गया था ।
हत्या करना ही भला है:
मनोहर टोपनो ने बुध राम से परेशान था और 2024 में ही मन बना लिया कि बुधराम की हत्या कर देने में ही भलाई है । इसके मन में चल ही रहा था कि वह जुलाई 2024 में जम्मू कश्मीर कुपवाड़ा इंडियन आर्मी से एक-47 जो रैक में रखा हुआ था उसकी चोरी कर लिया, फिलहाल इसकी इंक्वारी चल रही है। बताया गया कि जो एक-47 की चोरी हुई थी वह आर्मी के ही जवान नायक राकेश कुमार की है , जिस पर विभागीय जांच जारी है। अभियुक्त मनोहर द्वारा पुलिस को बताया गया है, इस पूरे मामले में रांची पुलिस अब सेना के प्रमुख कमांडर को पत्र भी लिख कर जानकारी देंगे, ताकि पूरी बातें खुलकर सामने आए , इसके साथ ही भी बताया कि हथियार जो है इसके मनोहर का साथी जो सुनील कच्छप रांची से फ्लाइट से कश्मीर गया और फिर सड़क मार्ग से दिल्ली और दिल्ली से बिहार के मुजफ्फरपुर होते हुए रांची आया और उस हथियार को अपने एक दोस्त निर्मल के घर रख में दिया और फिर मनोहर टोपनो 13 फरवरी से 9 जनवरी 2025 तक की छुट्टी में रांची के नगड़ी आ गया । इसी बीच अपने साथी सुनील के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम देने के लिए मन बनाया । सुनील कच्छप घटना के दिन रेकी कर रहा था , और फिर सारी सूचना मनोहर को दिया बताया कि बुध राम और मनोज कच्छप दोनों दुकान से निकल कर चला गया है और फिर मनोहर पहुँचा और बुध राम और मनोज को घर जाने के दौरान ही अपने चोरी के एक-47 राइफल से तड़ा तड़ा तड़ा गोलियों से मार दिया। करीब शाम 6:30 बजे इस घटना को अंजाम दिया। घटना के अंजाम देने के बाद मनोहर और अपने दोस्त सचिन के साथ भाग गया। सचिन बाइक चला रहा था, जो अभी फरार है।
बाइक के नंबर प्लेट से मिली मदद:
पुलिस ने बाइक पे लगे नंबर प्लेट घटना स्थल से बरामद हुआ था इसी से अभियुक्तों तक पुलिस पहुंची। पुलिस ने मनोहर टोपनो को और इसके साथी सुनील को गिरफ्तार कर लिया है । वहीं सचिन को और निर्मल की तलाश पुलिस कर रही है। इस पूरे घटना में यह बात खुलकर आई के हथियार सेना के जवान की चोरी की गई थी और जो मृतक बुधराम है वह जमीन को लेकर मनोहर को परेशान कर रहा था, बार-बार पैसे मांग रहा था और जमीन भी इधर-उधर हेरा फेरी करने में लगा हुआ रहता था। जिससे मनोहर टोपनो काफी परेशान हो गया था । वह मन बना दिया था की हत्या करना ही विकल्प है और उसने इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर दोनों को गिरफ्तार का जेल भेज दिया वहीं दो लोग जो फरार है उसकी भी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
सेना के जवान की बच जायेगी नौकरी:
पुलिस उप महा निरीक्षक सह वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन सिन्हा के अथक प्रयास से घटना में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो गई है और इसमें यह भी बताया गया कि आर्मी जवान का जो एक-47 राइफल अभियुक्त मनोहर के अनुसार यदि चोरी की गई है और वह राइफल आर्मी में तैनात जवान नायक राकेश कुमार की है ,और इसमें आर्मी के द्वारा राकेश पर जो जांच चल रही है कि हथियार कैसे गायब हुई, तो जिनकी आर्म्स चोरी हुई है अब उसकी नौकरी और कोर्ट मार्शल होने की जो संभावनाएं थी, वह संभावनाएं पुलिस उप महा निरीक्षक सह वरीय पुलिस अधीक्षक रांची चंदन सिन्हा की पहल पर रुक जाएगी, क्योंकि हथियार चोरी करने वाला अभियुक्त सेना के जवान मनोहर टोपनो हत्या के आरोप में रांची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस तरह से नायक राकेश और उसके खोली में रहने वाले बाकी सेना के जवानों पर नौकरी का खतरा मंडराने रहा है वह बच जायेगा।
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