रांची: शुक्रवार को मोरहाबादी मैदान पूरी तरह से कुरूक्षेत्र बन गया। युवा भाजपा के बैनर तले प्रदर्शन कर रहें भाजयुमो नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर आक्रोश रैली निकाला था। वहीं दूसरी ओर राज्य की विधी व्यवस्था को सम्भालते हुए पुलिस कर्मी उनके सामने आ रहें। दोनों ओर की इस रस्साकशी में मोरहाबादी मैदान रणक्षेत्र में तब्दिल हो गया है। युवा आक्रोश रैली के मुखिया व झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पुलिस के द्वारा की गयी कार्रवाई को अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर साझा करते हुए लिखा कि ये आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन के फव्वारे और कंटीले तारों की घेराबंदी भी अब हेमंत सरकार को नहीं बचा पाएंगे। झारखंड के युवाओं को उनके हक़ की नौकरी, उनके हक़ का रोजगार और पिछले 5 सालों से हो रही नाइंसाफी का न्याय दिलाने के लिए निर्णायक लड़ाई का आगाज हो चुका है। भारतीय जनता पार्टी, युवाओं को इंसाफ दिलाने के लिए हेमंत सरकार के हर दमनकारी कदम का मुंहतोड़ जवाब देगी। इसके बाद भाजपा के शीर्ष नेता भी इस कार्रवाई की निंदा करते दिखे। पुलिस लाठी चार्ज में कई कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। बता दें इस पुलिसिया कार्रवाई में बोकारो नगर अध्यक्ष युवा मोर्चा विशाल गौतम समेत पांच भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गये । वहीं कई लोगों को चोटें आई है।
पुलिस पर पथराव:
प्रदर्शन के दौरान बैरिकेडिंग तोड़ने के प्रयास करने वाले भाजयुमो कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तभी पुलिस पर पत्थराव करने लगे। लोअर बाजार थाना प्रभारी दयानंद कुमार को भी चोटें लगी। इसके साथ और भी कई पुलिस कर्मी को चोट लगी है।
भाजपा नेताओं ने कहा:
भाजपा विधायक दल के नेता अमर बाउरी ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार किसी काम की नहीं है। युवाओं को उसका हक अधिकार नहीं दे रही है। हक मांगने के लिए एकत्रित हुए तो कांटों वाली तारों से बैरिकेडिंग कर दिया फिर भी युवाओं सड़क पर प्रदर्शन किया तो उसपर लाठियां बरसाई गई ,यह राज्य के लिए दुखद है। भाजपा एससी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पांच साल में युवाओं को हेमंत सरकार ने सिर्फ ठगा है। इस सरकार में शामिल मंत्री और विधायक अपना घर भरने में लगे हुए हैं। आदिवासी, दलितों और अल्पसंख्यकों को सिर्फ झांसा देकर सरकार चलाया जा रहा है। दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य के युवा आज सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए यहां जमा हुए हैं। हेमंत सरकार युवाओं से डरी हुई है। पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह सरकार परिवार वाद में इस तरह डूब गयी है कि एक आदिवासी मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन को हटा दिया। साफ और सीधा अर्थ है कि इस परिवार वाली पार्टी में बाहर वालों की पूछ नहीं है। जेपीएससी-जेएसएससी परीक्षा तो ले रही है, लेकिन पेपर लीक हो जा रहा है। मेरिट लिस्ट निकल भी रहा है तो उसका कोई महत्व नहीं है। जेपीएससी का रिजल्ट अभी तक जारी नहीं किया गया है। केंद्रीय राज्य रक्षा मंत्री व रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा कि युवाओं के हुंकार से हेमंत सोरेन की सरकार डर गयी है। ऐसी डरी हुई सरकार मैंने अपने जीवन में कभी नहीं देखी है। चुनाव से पहले राज्य सरकार ने 5 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। सरकार ने नौकरी नहीं देने पर गद्दी छोड़ने की बात कही थी। हेमंत ने सन्यस लेने की बात की थी अब यही जवाब मांगने के लिए जनता यहां जुटी है।
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