मेदिनीनगर : भाकपा माओवादी संगठन की हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. पलामू पुलिस ने मौके से दो नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया है. साथ ही मौके से 23 अलग-अलग तरह की सामग्री के साथ भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं. यह पलामू पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।दरअसल, पलामू पुलिस को सूचना मिली थी कि 15 लाख का इनामी माओवादी नीतेश यादव के दस्ते से जुड़े हुए दुर्दांत नक्सली परहिया, दौलत यादव और मुनारिक विश्वकर्मा इलाके में किसी घटना को अंजाम देने के लिए जमा हुए हैं. इस सूचना पर हुसैनाबाद एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो और थाना प्रभारी संजय कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया।सर्च अभियान के दौरान जब पुलिस की टीम हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के केमो प्रतापपुर पहुंची तो पुलिस को देखकर तीन लोग भागने लगे. पुलिस टीम ने खदेड़कर दोनों को धर दबोचा. हालांकि एक शख्स भागने में सफल रहा. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दुर्दांत नक्सली प्रसिद्ध और दौलत के रूप में की गई. दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने एक देसी कट्टा, गोली और कई नक्सली सामग्री बरामद की है. दोनों ने पुलिस को नक्सलियों के हथियार के मिनी फैक्ट्री के बारे में जानकारी दी. दोनों की निशानदेही पर हथियारों की फैक्ट्री भी पकड़ी गई।पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि हथियारों की फैक्ट्री पकड़ी गई है. फैक्ट्री में माओवादियों के हथियार के मरम्मत की जाती थी और हथियार भी बनाया भी जाता था. गिरफ्तार दोनों आरोपी भाकपा माओवादी संगठन के सदस्य हैं और नितेश के लिए कार्य करते हैं।मुनारिक विश्वकर्मा का भाई भी हथियार बनाने के मामले में जेल गया है.वह भी नक्सलियों का हथियार बनाता था. पकड़ी गई हथियार की फैक्ट्री मुनरिक विश्वकर्मा के खेत के पास घर में चल रही थी. इस फैक्ट्री में नक्सलियों के देसी हथियार तैयार किए जाते थे।