अपने ही सरकार को शराबबंदी कानून पर कटघरे में खड़ा किया पूर्व मुख्यमंत्री,कहा शराब माफिया हो रहे मालोमाल
कहा पलटीमार कर नीतीश कुमार ने जनहित का कार्य किए हैं
एक देश एक समान शिक्षा लागू हो:-पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी
जीतन राम मांझी जी का शरीर अगर हिलता है तो बिहार में सरकार गिरता व बनता है:-हम प्रवक्ता नारायण मांझी
@बन्टी कुमार
कुंदा(चतरा):-प्रखंड मुख्यालय में आयोजित माता शबरी पूजा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी दीप प्रज्जित कर व फीता काटकर उद्घाटन किया।पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने अपने संबोधन में कहा कि शुरू से लेकर अभी तक सही रूप पूजा कोई कर रहा है तो वह है मांझी,भारती और दलित जाति के लोग क्योंकि हम लोग नाम के आगे राम लगाते है।और पूजा तन मन धन से करते हैं।वही पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 76 वर्षों के बाद भी समानवादी शिक्षा देश में आज तक लागू नहीं हुआ जिसके कारण आज भी जीता जागता उदाहरण है जज का बेटा जज कलेक्टर का बेटा कलेक्टर और मजदूर का बेटा मजदूर बन रहा है। समानवादी शिक्षा व्यवस्था लागू न होने के करण ही आज भुईयां समाज का साक्षरता दर न्यूनतम स्तर पर है। जिसके कारण देश में जातिवाद आरक्षण की भावना उत्पन्न हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शराबबंदी कानून लागू होने से पहले जनजागृति करना चाहिए था।उन्होंने कहा की शराब कोई खराब चीज नहीं है।लेकीन लिमिट में सेवन करना चाहिए।यहाँ शराब तस्कर सिर्फ मालोमाल हो रहे हैं।और आर्थिक रूप से कमजोर लोग का आर्थिक दोहन हो रहा है क्योंकि बिहार के पड़ोसी राज्यों में शराबबंदी कानून लागू नहीं है। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों में पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अधिक जनहित के लिए बिहार में नीतीश कुमार को सौ बार भी पलटी मारने की आवश्यकता पड़े तो पलटी मार सकते हैं।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी मारकर जनहित का कार्य किया है।मौके पर बंगाल के अध्यक्ष सिंटू भुईया,चतरा जिला अध्यक्ष उमेश भारती, प्रमुख कमला देवी, मुखिया मनोज कुमार साहू,अनिता देवी,भरत यादव,पूर्व मुखिया ज्ञानती देवी, समाजसेवी जयराम भारती, भुईयां समाज के प्रखण्ड अध्यक्ष संजय भारती समेत कई लोग मौजूद थे।