सभी यात्री रहें सुरक्षित, स्कूली युवकों ने बस के इमरजेंसी खिड़की को तोड़कर निकले बाहर

सरस्वती पूजा को लेकर करीब 40 से 45 छात्र छात्राएं जा रहे थे अपने घर

बरही । बरही प्रखंड अंतर्गत गडलाही मोड पर ट्रेलर नंबर एनएल 01 एई 9157 व बस न. जेएच 02 बीके 0638 के बीच जोरदार टक्कर हो गई। घटना सोमवार को दिन में करीब 2:40 बजे घटी। टक्कर इतना जोरदार था कि ट्रेलर के सामने वाला भाग से धुआं निकलने लगा, और वह धीरे-धीरे आग का रूप ले लिया। इसे देख ट्रक चालक व बस चालक तुरंत गाड़ी से बाहर निकले। वहीं यात्रियों को बाहर निकालने का कार्य शुरू हुआ, हालांकि जब तक बस आग के चपेट में आता, तब तक सभी यात्री बाहर निकल गए थे। आग इतना तेजी गति से फैला की बस को भी अपने चपेट में ले लिया और दोनों गाड़ियां धू धू कर जलने लगा। इसकी सूचना स्थानीय लोगो ने तुरंत बरही थाना व दमकल कर्मियों को दिया। इसके बाद बरही पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंची, वहीं आधे घंटे के अंदर दमकल गाड़ी भी पहुंच गई, लेकिन जब तक दमकल गाड़ी पहुंचा तब तक दोनों गाड़ियां पूरी तरह से जलकर राख हो गई थी। हालांकि आग पर काबू करीब 4 बजे तक पा लिया गया था। बस पर सवार छात्र अनिता कुमारी व छात्र शुभम कुमार ने बताया कि हम लोग सरस्वती पूजा को लेकर हजारीबाग से अपने घर आ रहे थे, जब दोनों गाड़ियों की टक्कर हुई तो उस समय हम लोगों को सपना जैसा लगा। सबसे पहले ट्रेलर में आग लगी, उसके बाद बस को भी अपने चपेट में ले लिया, जब टक्कर हुई उस समय यात्रियों से पूरा बस भरा हुआ था, हालांकि सभी को निकालने का समय मिला और सभी निकल गए। वही कहा कि करीब 10 से 20 छात्र इमरजेंसी गेट से बाहर निकले हैं। बस में करीब 70 से 75 यात्री सवार थे, जिसमें 40 से 45 यात्री स्कूली छात्र-छात्राएं ही थे। बताया जाता है कि जो बस दुर्घटना हुई वह गेडा ट्रैवल्स के नाम से था, जो हजारीबाग से डोमचांच चलता था। वही ट्रेलर बरही के दुलमाहा पंचायत के सिंहपुर ओरिया गांव निवासी नंदकिशोर यादव की बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलने पर विधायक प्रतिनिधि सुनील साहू, करियातपुर मुखिया मनोज रविदास, दुलमाहा मुखिया नारायण यादव, पंचमाधव मुखिया प्रतिनिधि हरेंद्र गोप, युवा समाजसेवी सिकंदर कुमार आदि घटना स्थल पर पहुंचे। वहीं उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने बताया कि निर्माण कार्य कर रहे कंपनी के लापरवाही के कारण यहां पर आए दिन दुर्घटना होते रहती है। जबकि हमलोगों ने इसकी लिखित शिकायत भी की है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। उपस्थित लोग सिर्फ यही कह रहे थे कि किसी का जान का नुकसान नहीं हुआ, नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *