पलामू। मनरेगा योजना में मजदूरों को काम देने के लिए है, लेकिन इन दिनों इस काम में मजदूरों की बजाय मशीनों को लगाया जा रहा है। ताजा मामला मेदिनीनगर के सदर प्रखंड की कौड़ियां पंचायत का है, जहां महेंद्र मेहता के घर से पुराने केबिन चियांकी तक मनरेगा योजना के तहत मिट्टी मोरम सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इस सड़क का निर्माण कार्य मजदूरों के बदले जेसीबी मशीन से कराया जा रहा है। इस तरह मनरेगा कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ायी जा रही है।

मामले को लेकर स्थानीय लोग मुखर हो गए हैं। ग्रामीण मोनू अंसारी, सोनू अंसारी, रुस्तम अंसारी, जोहरा बीबी, गुलाम नबी अंसारी, सजाज अंसारी, संजीदा बीबी, तेजाब अंसारी, मुबारक अंसारी समेत अन्य ग्रामीणों ने मंगलवार को इस सिलसिले में उपायुक्त से शिकायत की है। साथ ही निर्माण कार्य पर विरोध दर्ज कराया।

ग्रामीणों का कहना है कि मुखिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और मेट की मिलीभगत से सड़क निर्माण का कार्य जेसीबी से कराया जा रहा है, जबकि उसी कार्य का मस्टर रोल निकालकर मजदूरों से कार्य कराया जाना है। इस योजना में मेट का नाम जैरून निशा बताया जा रहा है।

तीन सदस्यीय कमिटी बनाकर जांच करायी जाएगी: बीडीओ

प्रखंड विकास पदाधिकारी अमिताभ भगत ने बताया कि मामले में जानकारी मिली है। जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनायी जाएगी। जांच में स्पष्ट होने पर नियम संगत कार्रवाई होगी।

पंचायत चुनाव के बाद ऐसी किसी योजना की नहीं दी स्वीकृति: मुखिया

मामले में कौड़िया की मुखिया कुमारी अंजना सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव होने के बाद उपरोक्त ऐसी किसी योजना की स्वीकृति उन्होंने नहीं दी है। ऐसी सारी योजनाएं बंद हैं। पुरानी योजना में निर्माण हो सकता है। निर्माण कार्य किए जाने की कोई जानकारी नहीं मिली है।

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