– सोहना में जरूरतमंद छोटे व्यापारियों को 28 और खोखे वितरित किए गए
नई दिल्ली। नूंह दंगों के दौरान प्रभावित हुई सोहना की मौलवी जमील वाली मस्जिद का मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद आज जमीअत उलमा-ए-हिंद के एक प्रतिनिधिमंडल ने जुमा की नमाज़ में उद्घाटन किया। सांप्रदायिक तत्वों ने इस मस्जिद को आग के हवाले कर दिया था।
दंगाइयों के इस कृत्य की वजह से मस्जिद में रखे कुरान, अन्य धार्मिक पुस्तकें, फर्नीचर, फर्श, लाइट फिटिंग आदि नष्ट हो गए थे। इसके अतिरिक्त मोटरसाइकिल, मदरसे के बच्चों का राशन भी आग की चपेट में आ गया था। उपद्रवियों का उद्देश्य मस्जिद का अपमान करना भी था।
आज मौलवी जमील वाली मस्जिद सोहना के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में जमीअत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि मस्जिदों के जिम्मेदारों ने धैर्य और दृढ़ता के साथ इस मस्जिद को फिर से आबाद किया है। कष्ट और विपत्तियों से निपटने का यह भी एक अच्छा तरीका है। उन्होंने कहा कि सोहना में कुल तीन मस्जिदें प्रभावित हुई थीं, इनमें से इस मस्जिद के अलावा मस्जिद लक्कड़शाह सोहना और शाही मस्जिद बाराखंबा सोहना शामिल हैं। इन तीनों मस्जिदों की मरम्मत का कार्य जमीअत उलमा-ए-हिंद के प्रयासों से पूरा हुआ है।
इस अवसर पर केरल के धर्मगुरुओं का एक समूह भी जमीअत उलमा के प्रतिनिधिमंडल के साथ था, जिन्होंने जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी के प्रयासों की सराहना की। इस मौके पर अपने संबोधन में मस्जिद के इमाम और उपदेशक मौलाना सुफियान ने जमीअत उलमा-ए-हिंद को धन्यवाद देते हुए कहा कि निराशा के समय जमीअत ने सबसे पहले हम सभी का हाथ थामा। यह हमारे लिए निराशा के समय बड़ी राहत थी।
मस्जिद लक्कड़शाह और शाही मस्जिद बाराखंबा में क्या हुआ था?
मस्जिद लक्कड़ शाह सोहना में स्थित है, इस मस्जिद के इमाम मौलाना ताहिर हुसैनी हैं। इस मस्जिद में भी उपद्रवियों ने भी आग लगा दी थी, पवित्र कुरान की प्रतियां, पंखे आदि तोड़ दिए। 26 अगस्त को जमीअत उलम-ए-हिंद ने इस मस्जिद की मरम्मत का काम पूरा कर दिया था। इसी तरह शाही मस्जिद बाराखंबा में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की थी, बाहरी टीन शेड पर लगे पंखे तोड़ दिए गए, वजूखाने का नल, बाथरूम का गेट, दरवाजे का शीशा आदि तोड़ दिया गया था। इस मस्जिद के इमाम मौलाना इमरान मोहम्मद कलीम काशिफ हैं। 8 सितंबर को इस मस्जिद की मरम्मत जमीअत उलमा-ए-हिंद द्वारा पूरी होने के बाद इसका उद्घाटन किया गया था।
खोखे वितरित किए गए
इस बीच जमीअत उलमा-ए-हिंद ने आज सोहना में और 28 खोखे गरीब और जरूरतमंद दिहाड़ी व्यापारियों के बीच वितरित किए, सोहना में 11 और नूंह में 17 खोखे वितरित किए गए। ज्ञात हो कि जमीअत उलमा-ए-हिंद ने दंगा पीड़ित व्यापारियों के पुनर्वास के मोर्चे पर भी काम कर रही है।
आज जमीअत उलमा-ए-हिंद के महासचिव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल में केरल के दीनियात एजुकेशन बोर्ड के मौलाना सुफियान कायम कोल्लम, मौलाना मुसअब नदवी, मौलाना बिलाल नदवी, मौलाना मुज़म्मिल मज़ाहरी, मौलाना फैज हसनी, मौलाना आसिम हसनी शामिल थे। जमीअत उलमा-ए-हिंद के केंद्रीय कार्यालय से मौलाना गय्यूर अहमद कासमी, मेवात से मौलाना शेर मोहम्मद अमीनी, मौलाना सुफियान इमाम मस्जिद जमील वाली, मौलाना ताहिर, मौलाना कलीम काशिफी, मौलाना सलीम अमन फेलोशिप, मौलाना सलीम अज़हर, कारी मुज़िम्मल, मोहम्मद रिज़वान जमील, शकील चार्टर्ड अकाउंट शामिल रहे।