रामगढ़: संयुक्त मोर्चा की बैठक अरगड्डा क्षेत्रीय प्रबंधन के खिलाफ गिद्दी ए सामुदायिक भवन में हुई जिसमें क्षेत्रीय प्रबंधन के तुगलक की फरमान बिना कंपनी के नियमों का पालन किए और नीतिगत फसलों में यूनियन नेताओं से चर्चा किए बिना लिए जा रहे निर्णय जिससे पूरे क्षेत्र में भय एवं अशांति का वातावरण का निर्माण हो रहा है, साथ ही औद्योगिक शांति एवं सामाजिक शांति बिगड़ रही है ,की कड़ी निंदा की गई एवं प्रबंधन के हितालशाही फरमान को खत्म करने के लिए यूनियन नेताओं ने अरगड्डा क्षेत्रीय प्रबंधन के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया गया। उपस्थित नेताओं ने कहा कि अरगड्डा क्षेत्रीय प्रबंधन बिल्कुल निरंकुश हो गई है औद्योगिक शांति को साथ ही साथ सामाजिक सौहार्द को बिगड़ने पर तुली हुई है जिसके कारण पूरे क्षेत्र में भय का वातावरण व्याप्त है।आपको बताते चलें की महाप्रबंधक के द्वारा लिए गए तुगलक्की फरमान के पहले ना ही यूनियन से और ना ही सामाजिक रूप से कोई भी सहमति बनाई गई जो कंपनी के नियमों के बिल्कुल भी विरुद्ध है । ऐसी स्थिति में यूनियन के सभी नेताओं ने मिलकर के अरगड्डा महाप्रबंधक को एक पत्र प्रेषित किया की आप इस संदर्भ में यूनियन से वार्ता करें और प्रबंधन को जो सहयोग चाहिए वह यूनियन अपने दायित्व का निर्माण करेगी लेकिन महाप्रबंधक अरगड्डा अपने तानाशाही रवैया को दिखाते हुए बात करने से इनकार कर गए और अपने निर्णय को अमली जामा पहनाने के लिए अपने अधिकारियों को लगा दिए !! ऐसी स्थिति में यूनियन के पास दूसरा विकल्प नहीं बचता था अंततः सभी श्रमिक संगठन ने मिलकर के यह निर्णय लिया कि ऐसे तानाशाही एवं हिटलर शाही प्रबंधन के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी और उनके खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तय करनी होगी इस स्थिति का परिणाम स्वरूप आज हम लोगों ने महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष दिनांक 26 सितंबर को एकदिवसीय धरना का निर्णय लिया है !!साथ ही साथ इस आंदोलन को तीखा करने के लिए बहुत सारे निर्णय लिए गए और इस एकदिवसीय कार्यक्रम को सफल करने के लिए इस तीन दिनों के अंदर सभी पीट पर जाकर के यूनियन नेता मजदूरों का समर्थन और साथ ही साथ आम जनमानस का समर्थन प्राप्त करने के लिए आज 22 सितंबर को रैलीगड़ा चांदनी चौक पर नुक्कड़ सभा रखी गई है ,23 सितंबर को गिद्दी ए हॉस्पिटल चौक पर नुक्कड़ सभा होगी, 24 सितंबर को अरगड्डा मार्केट में नुक्कड़ सभा की जाएगी एवं 25 सितंबर को गिद्दी सी चौक पर नुक्कड़ सभा करने का निर्णय लिया गया!! जिसमें सारे मजदूर नेता ,मजदूर साथियों के साथ-साथ, कॉलोनी में रहने वाले आम जनमानस को आह्वान करेंगे कि वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में धरना स्थल पर 26 सितंबर को पहुंचे ताकि इस धारणा की आवाज और धमक से प्रबंधन की चूल हिल जाए और प्रबंधन अपने हिटलर शाही और तुगलक की फरमान को वापस ले !! इस बैठक में मुख्य रूप से मिथिलेश सिंह, कन्हैया सिंह, बैजनाथ मिस्त्री, पुरुषोत्तम पांडे, अरुण कुमार सिंह, गौतम बनर्जी, जन्मजय सिंह, शशि सिंह ,दीपक कुमार, प्रशांत बिल्थरिया, गुड्डू यादव, विजेंद्र प्रसाद, धनेश्वर तुरी ,मनोज पाल, अजय सिंह, चंदन सिंह, जगदीश चंद्र बेदिया ,सांवरमल शर्मा, पवन कुमार, रविंद्र सिंह इत्यादि उपस्थित थे।
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