आतंकी संगठन ISIS मॉड्यूल को लेकर एनआईए ने कई राज्यों के नौ ठिकानों पर गुरुवार की देर रात तक छापेमारी की। इस दौरान मध्यप्रदेश के रतलाम से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया। झारखंड में आतंक फैलाने के उदेश्य से मॉड्यूल का बनाया गया था। इस मामले में लोहरदगा से जुलाई में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र की गिरफ्तारी हुई थी। एएमयू में पढ़ाई के दौरान फैजान आईएसआईएस चरमपंथियों के संपर्क में आकर संगठन में शामिल हो गया था। एनआईए ने गुरुवार को छापेमारी के बाद राहुल सेन उर्फ उमर उर्फ उमर बहादुर को गिरफ्तार किया। उसके पास से लैपटॉप, पेन ड्राइव, मोबाइल फोन के साथ-साथ आईएसआईएस से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
एनआईए ने 19 जुलाई को एफआईआर दर्ज की थी
झारखंड आईएसआईएस मॉडयूल को लेकर एनआईए ने 19 जुलाई को एफआईआर दर्ज की थी। उसी दिन फैजान अंसारी की गिरफ्तारी हुई थी। एनआईए की जांच में यह बात सामने आयी है कि 19 वर्षीय फैजान अंसारी ने झारखंड मॉडयूल के गठन में अहम भूमिका निभायी थी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए वह आईएसआईएस से लोगों को जोड़ रहा था। साथ ही आतंकी संगठन की विचारधारा का प्रचार-प्रसार भी करता था। आईएसआईएस में युवाओं को जोड़कर उसकी योजना आतंकी वारदात को अंजाम देन की थी।
कैसे आईएसआईएस के संपर्क में आया फैजान
एनआईए ने जांच में पाया कि फैजान बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स का छात्र था। वह एएमयू कैंपस के बाहर -लॉज में रहा करता था। इसी दौरान वह आईएसआईएस ऑपरेटिव्स के संपर्क में आया। इसके बाद उसने आईएसआईएस से दूसरे युवाओं को जोड़ने की मंशा से एक क्लोज ग्रुप भी बनाया था। इस्लाम स्वीकारने वाले नवयुवकों को भी वह आईएसआईएस कैडर बनाने में लगा था। संगठन के विदेशी हैडलरों के संपर्क में भी फैजान के होने की बात सामने आयी है। फैजान आईएसआईएस की संघर्ष की रनिंग के लिए विदेश जाने की तैयारी में था। एनआईए अधिकारियों के मुताबिक, बिहार के सीवान, उत्तर प्रदेश के जौनपुर, आजमगढ़, महाराजगंज, मध्यप्रदेश के रतलाम, पंजाब के लुधियाना, दक्षिणी गोवा, कर्नाटक के यदगीर और मुंबई में एनआईए ने छापेमारी की। छापेमारी के दौरान आईएसआईएस से जुड़े वीडियो भी एजेंसी को मिले हैं।