झारखंड में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। इसलिए रांची नगर निगम ने डोर टू डोर अभियान चलाने का निर्णय लिया है। क्षेत्र के विभिन्न वार्ड क्षेत्र में 5973 घरों में हुई तो पता चला कि 713 घरों में डेंगू के लार्वा मिले हैं। वेक्टर बोर्न डिजीज कार्यालय से डेंगू की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान मिले आंकड़े चौंकाने वाले हैं। लार्वा पहचान के दौरान घरों में रखे अनुपयोगी 34 हजार 999 जलपात्र की जांच की गी। इनमें से 674 जलपात्र में डेंगू के लार्वा मिले हैं। निगम के चार वार्डो में सबसे ज्यादा डेंगू के लार्वा मिले हैं। इनमें वार्ड संख्या 16, 21, 22, 23 और 24 के अलावा डोरंडा क्षेत्र में घनी बसी आबादी वाले गली-मुहल्ले शामिल हैं। इन इलाकों में बिना पक्के फर्श वाले कच्चे मकान, झुग्गी-झोपड़ी और सीलन भरी तंग गलियों में बने मकान शामिल हैं। ऐसे इलाके में सफाई व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है। नियमित रूप से कच्ची नालियों की सफाई और कचरा का उठाव नहीं होने से यहां जलजमाव की स्थिति सालों भर बनी रहती है। जिस कारण सीजन में डेंगू के लार्वा तेजी से पनप रहे हैं। हालांकि डेंगू लार्वा के प्रसार वाले इलाके का विस्तार तेजी से हो रहा है। अभी वार्ड 28 और 29 में भी कई परिवार के लोग डेंगू से पीड़ित हुए हैं। इन सभी का इलाज निजी अस्पतालों में परिवार वाले करा रहे हैं। वीबीडी की तीन टीम अभी हिन्दपीढ़ी इलाके में लार्वा की पहचान में जुटी हुई है। वहीं दो टीम अचानक नमूना एकत्र कर रही है।
रांची में जमशेदपुर के बाद सबसे ज्यादा
बता दें कि प्रदेश के कई जिलों से लगातार डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। वर्तमान में जमशेदपुर की स्थिति सबसे खतरनाक बनी हुई है। प्रदेश में डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 676 हैं, जिनमें से 478 मरीज सिर्फ जमशेदपुर में है। रांची में अब तक 56 मरीजों को चिन्हित किया जा चुका है। एक सप्ताह के भीतर राज्य में चार मरीजों की मौत डेंगू से हो गई है। ये सभी जमशेदपुर के ही रहने वाले थे। जमशेदपुर के बाद सबसे ज्यादा मरीज राजधानी रांची में हैं। जिनकी कुल संख्या 56 है, सरायकेला में 40, साहिबगंज में 30, पश्चिमी सिंहभूम में 6, पलामू में 12, बोकारो में 4, चतरा में 6, देवघर में 8 धनबाद में 4. दुमका में 2, गढ़वा में 4, गिरिडीह में 8, गुमला में 3, हजारीबाग में 6, जामताड़ा और कोडरमा में एक-एक मरीज चिन्हित किए गए हैं। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है और सभी जिला के उपायुक्तों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। राजधानी रांची 56 मरीज विभिन्न अस्पताल में इलाजरत है।
डोर टू डोर अभियान चलाया जाएगा
रांची शहर में डेंगू महामारी का रूप लेता जा रहा है इसके मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसको लेकर रांची नगर निगम भी रेस हो गया है। नगर निगम के प्रशासक अमित कुमार ने डेंगू व चिकनगुनिया के मरीजों को देखते हुए शहर के सभी 53 वार्डो में डोर टू डोर अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इसको लेकर टीम भी बनायी गयी है। श्री कुमार ने निगम कर्मियों से कहा कि जिन वार्डो में सबसे अधिक लोगों की तबीयत खराब होने की शिकायत मिल रही है, वहां जाकर घरों की जांच करें, अगर डेंगू का लार्वा मिलता है, तो उसे नष्ट करने के लिए सघन अभियान चलायें। लार्वा की जांच करने के लिए नगर निगम ने 10 टीमों का गठन किया है। इसमें निगमकर्मियों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी शामिल रहेंगे. टीम घरों में घुसकर देखेगी कि कहीं पर जलजमाव तो नहीं है.. अगर घर के अंदर या छत पर जलजमाव मिलता है, तो फिर पानी की ऑन स्पॉट जांच की जायेगी।
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