रुद्रप्रयाग। 16-17 जून 2013 को केदारनाथ धाम में आई विनाशकारी आपदा को आज पूरे दस साल हो गये हैं। केदारनाथ धाम में जिस तरह से भीषण तबाही मची थी। इस आपदा में हजारों की संख्या में जहां लोग अकाल मौत को प्राप्त हो गये थे, वहीं हजारों लोगों का आज भी पता नहीं है। मंदाकिनी नदी के तेज बहाव में केदारनाथ धाम से लेकर अगस्त्यमुनि तक लोगों के घर, होटल, लॉज, दुकाने ताश के पत्तों की तरह ढह गये थे। समय बीतता गया और केदारपुरी का स्वरूप भी। आपदा के ठीक दस सालों बाद केदारपुरी का पूरा स्वरूप बदल गया है। यहां केदारनाथ मास्टर प्लान के तहत कार्य हो रहे हैं।
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