नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार ने झारखंड और कर्नाटक एवं आंध्र प्रदेश के दो रेलखंडों (Rail Sections) के दोहरीकरण (Doubling) का फैसला किया है। सरकार ने झारखंड के कोडरमा-बरकाकाना सेक्शन और कर्नाटक और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाले बल्लारी-चिकजाजपुर सिंगल लाइन सेक्शन को डबल लाइन में बदलने का निर्णय लिया है। इन दोनों प्रोजेक्ट में करीब 6400 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय का फैसला किया गया। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद रेल मंत्री अश्वनी वैष्णवी ने पत्रकारों को इन फैसलों की जानकारी दी। इन परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने से झारखंड और कर्नाटक-आंध्र प्रदेश में रेल सेवाएं और भी बेहतर हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि यह काम अगले तीन सालों में पूरा हो जाएगा। दोहरीकरण की इन परियोजनाओं से भारतीय रेलका नेटवर्क 318 किलोमीटर तक बढ़ जाएगा। इस पर लगभग 6,405 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। ये दोनों रेल लाइनें यात्रियों और सामान की ढुलाई के लिए बहुत जरूरी हैं। इनसे प्रदूषण भी कम होगा और काम करने की गति भी बढ़ेगी। मंत्री ने कहा, “ये दोनों परियोजनाएं कनेक्टिविटी को सुधारने और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इससे आदिवासी समुदायों और आम लोगों दोनों को फायदा होगा।” कोडरमा-बरकाकाना रेल लाइन परियोजना झारखंड में है। यह 133 किलोमीटर लंबी है और इस पर 3,063 करोड़ रुपये खर्च होंगे। वैष्णव ने बताया कि यह लाइन पटना और रांची के बीच सबसे छोटा रेल मार्ग है। यह रेल लाइन झारखंड के चार जिलों – कोडरमा, चतरा, हजारीबाग और रामगढ़ से होकर गुजरेगी। इससे लगभग 938 गांवों और 15 लाख लोगों को सीधा फायदा होगा। इस योजना में 17 बड़े पुल, 180 छोटे पुल, 42 रोड ओवर ब्रिज (ROB) और 13 रोड अंडर ब्रिज (RUB) बनाए जाएंगे। इससे पता चलता है कि बुनियादी ढांचे को कितना बेहतर बनाया जा रहा है। जब यह लाइन शुरू हो जाएगी, तो इससे हर साल 30.4 मिलियन टन ज्यादा सामान ढोया जा सकेगा।

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