लोहरदगा। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने लोहरदगा में फिर से एक बार नक्सलियों के खिलाफ़ नौ जगहों पर छापेमारी की है। इस दौरान एनआईए ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया और हथियार व गोला-बारूद भी बरामद किया। एनआईए के आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि एनआईए बुलबुल जंगल में हथियारों की बरामदगी मामले की जांच कर रही है।मामले की जांच के बाद एनआईए ने पाया कि भाकपा माओवादी के सक्रिय कैडरों के साथ रिजनल कमांडर रवींद्र गंझू ने एक आपराधिक साजिश रची थी। साथ ही सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए बुलबुल के जंगल में इकट्ठा हुए थे। एनआईए ने आश्रय देने वाले धन मुहैया कराने और हथियारों के लिए कोरियर के रूप में काम करने वाले समर्थकों की तलाश में लोहरदगा में नौ स्थानों,लातेहार के पांच स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान,वित्तीय लेनदेन और संपत्ति से संबंधित कागजात,एक देशी पिस्तौल के साथ छह जिंदा राउंड,एक मैगजीन,इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए।साथ ही चकला (चंदवा,लातेहार) के रहने वाले साजन कुमार नाम के एक संदिग्ध को लोहरदगा से गिरफ्तार किया है। वह राजू कुमार उर्फ राजू साव के राजू ब्रिक्स नाम के ईंट भट्ठे पर मुंशी के रूप में काम करता था। राजू कथित तौर पर माओवादी रवींद्र गंझू की ओर से लेवी के पैसे को इन्वेस्ट करता है,जो अभी फरार चल रहा है। मामले को एनआईए के टीम ने टेकओवर किया है। इससे पहले झारखंड पुलिस ने 18 जून को आईपीसी,शस्त्र अधिनियम,विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूए(पी) अधिनियम की धाराओं के तहत नौ आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।वही पुलिस और एनआईए की टीमो के द्वारा रविवार को कुडू थाना क्षेत्र के ओपा गांव में छापेमारी कर एक पिस्टल,6 गोली तथा कई दस्तावेज बरामद किए थे,तब से पुलिस और एनआईए की टीमो ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार छापेमारी कर रही है।
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