
खूंटी । भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती शुक्रवार के देश भर में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई जाएगी। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। धरती आबा बिरसा मुंडा के पैतृक गांव उलिहातू के बिरसा ओड़ा में भगवान बिरसा मुंडा के वंशज सुखराम मुंडा समेत पूरे गांव के लोग विधिविधान से पूजा-अर्चना कर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। इसके बाद भगवान बिरसा की जीवनी पर प्रकाश डालेंगे। भगवान बिरसा मुंडा के परपोते सुखराम मुंडा ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के लिए उलिहातू के आसपास लगभग 12 गांव के ग्रामीणों ने विशेष व्यवस्था की है। इसके तहत उलिहातू में चार स्थानों पर गेरने, तुबिल, गसर, सेलदा, लेपसेर, बाड़ी, बाड़ी निजकेल, कंटडापीढ़ी और लुपुंगडीह के 12 अखाड़ा में बिरसा रास का आयोजन होगा, जहां रातभर ग्रामीण नृत्य और गीतों के जरिए भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाएंगे। हालांकि झारखंड में आदर्श आचार संहिता लगने के कारण खूंटी में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर बड़े आयोजन नहीं किए जाएंगे। हालांकि शुक्रवार को भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के डिप्टी डायरेक्टर जनरल अंशू सिंह उलिहातू आएंगे, जहां जनजातीय कार्य मंत्रालय की ओर से भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। इसको लेकर गुरुवार को आईटीडीए परियोजना निदेशक आलोक शिकारी कच्छप, जिला कल्याण पदाधिकारी प्रमोद राम समेत कई पदाधिकारी उलिहातू पहुंचे और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को लेकर आवश्यक तैयारियां की। मौके पर अधिकारियों ने भगवान बिरसा मुंडा के परपोते सुखराम मुंडा से भी मुलाकात की और कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी। वहीं 150वीं जयंती को लेकर उलिहातू स्थित बिरसा ओड़ा और बिरसा मुंडा कॉम्प्लेक्स की साफ-सफाई भी कराई गई साथ ही लाइटिंग और फूल-माला से सजाने के निर्देश दिए गए।
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