नई दिल्ली : लंबे समय से विवादों में रहने वाली पूजा खेडकर की आईएएस सेवा समाप्त खत्म कर दी गई। ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर अपनी विकलांगता और अन्य गड़बड़ियों के लिए लंबे समय से विवादों में थीं। केंद्र सराकार ने आदेश पारित कर उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा से मुक्त कर दिया है। पूजा खेडकर ने 2023 में आईएएस की परीक्षा पास की थी,जबकि इससे पहले ही वह नौ बार इस परीक्षा में फेल हो चुकी थीं। ऐसे में उन्हें 2023 में परीक्षा में बैठने का अधिकार नहीं था और उन्होंने फर्जी तरीके से यह परीक्षा दी। इसी आधार पर उनकी नियुक्ति रद्द की गई है। आदेश में कहा गया कि केंद्र सरकार ने आईएएस (परिवीक्षा) नियम,1954 के नियम 12 के अंतर्गत पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर, आईएएस प्रोबेशनर को तत्काल प्रभाव से भारतीय प्रशासनिक सेवा से मुक्त कर दिया है।सरकार के आदेश में लिखा गया कि जैसे ही ऐसी रिपोर्टें सामने आईं कि पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर, आईएएस प्रोबेशनर सिविल सेवा परीक्षा- 2022 और पिछली सीएसई में उम्मीदवार बनने के लिए अयोग्य हो सकती हैं।उनकी उम्मीदवारी के दावों को सत्यापित करने के लिए 11.07.2024 को एक एकल सदस्यीय समिति का गठन किया गया।