रांची। रिम्स के न्यूरो सर्जन डॉक्टर
विकास ने रिम्स में महिला सुरक्षा गार्ड और रिम्स की छात्रा के साथ हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक्स ट्वीट पर सुरक्षा की गुहार लगाई है।डॉक्टर विकास ने लिखा है
माननीय मुख्यमंत्री जी , क्या यही है रिम्स के डॉक्टर के लिए सुरक्षा व्यवस्था??? अभी कोलकाता के वारदात को हुए एक महीना भी नहीं हुआ है l रिम्स की सुरक्षा व्यवस्था तो पहले से ही खराब थी पर अब यहाँ के गार्ड बाहर के लोगों को छोड़ यहाँ पढ़ रहे विद्यार्थियों पर ही हावी हो जाते हैं।
बाहर के लोगों को रिम्स के क्षेत्र में घूमने की मनाही है इस कारण विद्यार्थियों को आई डी कार्ड साथ रखने कहा जाता है। दिनांक 27/08/2024 को संध्या 7 बजे एक महिला गार्ड ने रिम्स की एक छात्रा को आई डी कार्ड दिखाने के बाद भी उसे स्टेडियम में घुसने से मना किया, उससे दुर्व्यवहार किया ( पहले भी होमगार्ड के द्वारा को बोला गया था कि तुम लोग रात को बाहर रहते हो इसीलिए तुम लोगों के साथ गलत घटना/…..होता है) और उसके साथ धक्का- मुक्की की जब कि उस समय स्टेडियम के अंदर बाहरी लोग भी उपस्थित थे जिनके बारे में पूछे जाने पर गार्ड को इस बात का ज्ञात ही नहीं था। विद्यार्थी जब उस छात्रा के हित में बात करने आए तो महिला गार्ड ने अपने नशे में धुत, हथियार बंद ( यह वीडियो से साफ पता चलता है) सहकर्मियों को बुलाया जो अर्धनग्न अवस्था में थे । उन्होंने विद्यार्थियों को घेरकर धमकी दी कि किसी को जाने नहीं देंगे और शटर बंद करने लगे। इतने में वो महिला गार्ड मौके से भाग गयी और उसके सहकर्मी छात्रों के साथ हाथापायी पर उतर आए। रिम्स के उप चिकित्सा अधीक्षक ने आकर मौके का जायजा लिया और विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि उनपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होगी।
रात करीब नौ बजे उप चिकित्सा अधीक्षक और जेडीए सदस्य स्टेडियम में हंगामा करने के लिए जिम्मेदार होमगार्डों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए एकीकृत नियंत्रण कक्ष गए। स्टेडियम में हुई घटना के प्रतिशोध में, लगभग 40 से 50 होमगार्डों ने बैडमिंटन हॉल को घेर लिया, जहां एमबीबीएस प्रथम और द्वितीय वर्ष के 7 छात्र थे। पूरी योजना और इरादे के साथ,( वीडियो देखिए) उन गार्डों ने छात्रों पर लाठियों और डंडों से हमला किया। कई छात्रों को गंभीर चोटें आईं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है, तो एक का सर फूटा है तो दूसरे के चेहरे की हड्डी टूट गई है। घटना के बाद गार्ड मौके से भाग गए और छात्रों को इलाज के लिए रिम्स इमरजेंसी में ले जाया गया।होमगार्ड की कार्रवाई की निंदा करते हुए बड़ी संख्या में छात्र अकादमिक ब्लॉक के पास एकत्र हुए, जिसके बाद रिम्स निदेशक और प्रशासनिक सदस्यों ने घटना का संज्ञान लिया।