रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा।
कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी आसन्न विधानसभा चुनाव में करारी हार को देखते हुए पूरी तरह बौखला गए हैं।हेमंत सरकार पूरी तरह से अलोकतांत्रिक ,असंवैधानिक निर्णय लेते हुए सत्ता का दुरुपयोग कर रही।
कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इतना नैतिक पतन हो गया है कि सत्ता पाने केलिए पिता समान चम्पाई सोरेन, लोबिन हेंब्रम, मां समान भाभी सीता सोरेन की क्या वे किसी की भी बलि ले सकते हैं। ऐसा लग रहा कि वे औरंगजेब जैसा व्यवहार कर रहे।
कहा कि हाल के दिनों में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में हेमंत मंत्रिमंडल में शामिल कैबिनेट मंत्री चंपाई सोरेन की गतिविधियों,उनके झारखंड और राज्य से बाहर के दौरों पर कड़ी नजर रखने केलिए राज्य पुलिस की विशेष शाखा ने पुलिसकर्मियों को गुप्त तरीके से लगाया है। खबर तो यहां तक आ रही कि उन्हें हनी ट्रैप में भी फंसाने की योजना बनाई गई थी।
कहा कि दिल्ली पुलिस के समक्ष झारखंड स्पेशल ब्रांच के दो पुलिस कर्मियों ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें चंपई सोरेन के मूवमेंट पर नजर रखने केलिए लगाया गया है।
ऐसी संभावना भी है कि राज्य सरकार चम्पाई सोरेन सहित कई अन्य नेताओं की फोन टेपिंग भी करवा रही हो।
कहा कि राज्य के न्यायाधीश गण पर भी निगरानी रखी जा रही है।
कहा कि ऐसी स्थिति में यह राज्य केलिए अत्यंत गंभीर और चिंतनीय है।
आज राज्य में अपराधी मस्त हैं,जेल से रंगदारी मांगी जा रही। दिन दहाड़े हत्याएं,बलात्कार,डकैती, जैसी घटाएं हो रही लेकिन सरकार अपराधियों पर लगाम नहीं लगा रही बल्कि अपनी पूरी ताकत राजनीतिक साजिश रचने, वसूली कराने, अपराधियों ,दलालों को संरक्षण देने में लगा रही।उन्होंने कहा कि आज न्यायालय द्वारा सरकार की पुलिस प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर गंभीर टिप्पणी और निर्देश मिल रहे लेकिन राज्य सरकार अपने अहंकार में पूरी तरह डूबी हुई है।कहा कि ये सरकार राज्य में अपराधियों, गुंडों,घुसपैठियों के द्वारा दहशत फैलाकर चुनाव जीतना चाहती है। मरांडी ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा कराए जा रहे अवैध तरीके से खुफियागिरी ,जासूसी की जांच राज्य के सिटिंग जज से कराई जाए।
और एडीजी स्पेशल ब्रांच को अविलंब निलंबित किया जाए।प्रेसवार्ता में प्रवक्ता रमाकांत महतो,सह मीडिया प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह भी उपस्थित रहे।