आगामी चुनाव में जन सुराज पार्टी ही जीतेगा : प्रशांत किशोर
महात्मा गांधी के विचारधारा की पार्टी है जन सुराज
पटना : देश के चर्चित रणनीतिकार और राजनीतिक में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति में चर्चित चेहरा हैं। आगामी बिहार चुनाव को लेकर वे सक्रिय हैं। प्रशांत किशोर ने “राजनीतिक मंथन बिहार” नामक कार्यक्रम में मुसलमानों को संबोधित करते हुए कहा कि जन सुराज पार्टी के लिए आपको निमंत्रण देने आए हैं। आप इससे जुड़िए। उन्होंने कहा कि आपसे दो चीज मांगने आए हैं। आप हमें दुआ दीजिए। साथ ही अपना बच्चा भी दीजिए। वैसा बच्चा जो राजनीति करने की इच्छा रखता हो। ऐसे बच्चों को हमारे जन सुराज पार्टी में भेजिए। कुछ लोग कहते हैं कि जन सुराज पार्टी भाजपा की बी टीम है। लेकिन मैं आपको बता दूं कि यह भाजपा की बी टीम नहीं है। बल्कि महात्मा गांधी के विचारधारा की पार्टी है। इसलिए हमारा जन सुराज पार्टी में महात्मा गांधी का चित्र लगी गई है। प्रशांत किशोर ने कहा कि आप एक ऐसे कौम से ताल्लुक रखते हैं, जो सिर्फ एक वोटर है। आप ऐसे वोटर हैं जिसे ना सरकारी नौकरी मिलती है और न ही सरकारी दर्जा। मैं अभी आपको विश्वास दिलाता हूं कि आगामी चुनाव में जन सुराज पार्टी ही जीतेगा। आपके कौम में बताया गया है कि ईमानदारी से किया गया कोई भी प्रयास असफल नहीं होता है। मैं ईमानदारी के साथ काम कर रहा हूं और आगे बढ़ रहा हूं। गांधी से बड़ा कोई विचार ही नहीं है। जिस विचारधारा से आप लड़ना चाहते हैं, उसका एक ही हथियार है महात्मा गांधी। जन सुराज महात्मा गांधी की विचारधारा के आधार पर व्यवस्था खड़ा करने का अभियान है। गांधी को छोड़कर कोई नहीं चल सकता है। अभी निमंत्रण देने आया हूं। जीतने के बाद फिर आऊंगा और आपके साथ बैठकर सेवाइयां खाऊंगा।
हिंदू मोदी को नहीं विचारधारा को वोट दे रहा है
प्रशांत किशोर ने कहा कि यादव धोखा कर रहा है। इसको गहराई से सोचने और समझने की जरूरत है। इसी में आगे का रास्ता है। आधा से ज्यादा यादव भाजपा को वोट दे रहा है। 40 प्रतिशत वोट का मामला है, जो भाजपा को दिया ही जा रहा है। अगर 80 प्रतिशत वोट है जिसमें आधा वोट तो हिंदू विचारधारा के नाम पर दिया जा रहा है। इसमें यादव,ब्राह्मण,दलित,अति पिछड़ा, कुशवाहा आदि शामिल हैं,जो सिर्फ भाजपा को वोट देती है। मोदी को जाति के आधार पर नहीं, बल्कि विचारधारा के आधार पर वोट पड़ रहा है।
वाई एम समीकरण समझने की जरुरत
प्रशांत किशोर ने कहा कि एमवाई समीकरण समझने की जरूरत है। वाई और एम पर भाजपा कैसे यूपी व बिहार में चुनाव जीत जा रहा है। जरा बतायेंगे कि मुस्लिम की संख्या घट रही है या यादव समाज यूपी, बिहार कर छोड़ कर चले गए हैं। शुरुआत में लालू सांसद के 53 सीटों चुनाव लड़ते हैं और जीत जाते हैं। वहीं 2014 में 5 सीटों पर सिमट जाते हैं। 2019 में जीरो हो जाते हैं और फिर 2024 में थोड़ा सांस लेते हुए चार सीटों पर जीत दर्ज करते हैं। उसे लोकसभा में जगह मिलती है। ऐसा इसलिए हो रहा है कि वाई नहीं बल्कि एम समीकरण हो गया है। एम वाई को वोट कर रहा है लेकिन वाई एम को वोट नहीं दे रहा है। वाई सीधे भाजपा को वोट दे रहा है।
मुसलमानों के वोट पर अब कोई दिमाग नहीं लगता क्योंकि वे 18 प्रतिशत हैं
प्रशांत किशोर ने कहा कि आजादी से पहले एक साथ होकर सभी मुसलमानों के साथ मिलकर अंग्रेजों से लड़ाई की थी। इन सब का नेतृत्व करने वाले एक ही व्यक्ति महात्मा गांधी होते थे। सभी लोग महात्मा गांधी के पीछे चलने को तैयार हुए। इसलिए जन सुराज भी गांधी को अपनाया। आप हिंदुओं की छोड़िए। आप सभी मुसलमानों से पूछिए कि मोदी और आडवाणी में किसी एक को चुनना हो तो किसे चुनेंगे। सभी आडवाणी को ही चुनेंगे। क्योंकि वह समझते हैं कि मोदी से ज्यादा बेहतर आडवाणी है। मुसलमान के वोट पर अब कोई दिमाग नहीं लगता है। क्योंकि मुसलमान का 18% वोट है। सब समझते हैं कि इस पर ध्यान देने का कोई जरूरत नहीं है। वे दो प्रतिशत वाले वोटर पर ध्यान देते हैं। 2% वाले वोटर हेलीकॉप्टर से चल रहे हैं। सभी मुसलमान को देखकर कहते हैं कि इस पर दिमाग लगाने की जरूरत नहीं है। आपको मैं आगे बता दूं कि जन सुराज पौधा है और इसको सींचने का काम आप लोग का है। इस पौधा को फलदार वृक्ष बनाएं। जिसके नीचे सभी को छाया मिल सके।
इनकी रही उपस्थिति
इस मौके पर डॉक्टर मुनाजिर हसन पूर्व सांसद सह पूर्व मंत्री, ओवैस अंबर सामाजिक गतिविधि, दानिश मलिक,अशफाक रहमान, युवा नेता मसीहुद्दीन सहित कई गणमान्य लोग शामिल थे।
बिहार के मुसलमानों का विकल्प हैं प्रशांत किशोर : अशफाक रहमान
अशफाक रहमान ने स्वागत भाषण करते हुए कहा कि मैं आपके सामने जोशीले तकरीर करके आपके जोश को बढ़ाना नहीं चाहते हैं। ये एक लंबे अर्से के बाद आपके सामने ये एक पल आया है, जो सिर्फ होश की बात कर रहा है। वे हैं प्रशांत किशोर। मुसलमान वो कौम है, जिसे न सरकारी नौकरी मिलती है न दर्जा। आज प्रशांत किशोर से सवाल कीजिए, जो आप मुझसे करना चाहते हैं। प्रशांत किशोर ने मुझे नहीं बुलाया है। मैं उनके पास गया। इसलिए आप प्रशांत किशोर को सुनें। उन्होंने कहा कि बिहार के मुसलमानों का एक ही विकल्प हैं और वे हैं प्रशांत किशोर।