September 27, 2024

रांची। रांची शहर में यातायात में सुधार और अपराध में नियंत्रण करने के लिए रांची पुलिस लंबे समय से प्रयासरत हैं , लेकिन अबतक जद्दोजहद की स्थिति बनी हुई है। एक बार फिर झारखंड हाईकोर्ट के फटकार और डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर एक नये सिरे से जाम मुक्त रांची बनाने की कवायद शुरु की गई है। मंगलवार को यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने और यातायात नियमों,व जाम मुक्त रांची बनाने के लिए कड़ाई से पालन करवाने के लिए स्पेशल क्विक रिस्पांस (एसक्यूआरटी) टीम को रांची जोन के डीआईजी अनूप बिरथरे, एसएसपी चंदन सिन्हा, यातायात एसपी डा कैलाश करमाली ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । दस मोटलसाइकिल सवार यातायात पुलिस कर्मियों को रांची शहर में दिनभर भ्रमणशील रहते हुए रांची की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी दी गई है। यातायात की बदतर स्थिति को देखते हुए झारखण्ड हाईकोर्ट ने भी फटकार लगा चुकी है। कई तरह के आदेश भी दी गए हैं। वहीं डीजीपी अनुराग गुप्ता ने भी यातायात व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिये हैं। ऐसे में रांची जोन डीआईजी अनूप बीरथरे और एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा की पहल पर यातायात को कंट्रोल करने लिए स्पेशल क्विक रिस्पांस टीम को ऑन कर दिये हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी:

रांची जोन डीआईजी अनूप बीरथरे ने कहा कि डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर दस मोटरसाइकिल दस्ता की एक स्पेशल टीम बना कर रवाना किया गया है, डीजीपी के आदेश पर ही रांची एसएसपी ने टीम गठित की है, जिसे स्पेशल क्विक रिस्पांस टीम का नाम दिया गया है। इसके लिए 20 पुलिस कर्मियों को चयनित किया गया है।चयनित पुलिस कर्मियों को वायरलेस और सायरन युक्त दस मोटरसाइकिल दी गई है। एक मोटरसाईकिल पर दो पुलिसकर्मी बैठ कर ट्रैफिक को नियंत्रण करने का काम करेंगे। वहीं एसएसपी चंदन सिन्हा ने कहा कि रांची में जाम लगने की प्रमुख वजह बेतरतीब पार्किंग है। इधर उधर बेतरतीब तरीके से पार्क करने वालों में न सिर्फ चार पहिया चालक हैं, बल्कि मोटरसाइकिल सवार भी शामिल हैं। इसलिए क्विक रिस्पांस टीम पूरे शहर में घूम-घूम कर बेवजह जहां-तहां अपने वाहन पार्क करने वाले लोगों पर कार्रवाई करेगी। स्पेशल टीम अवैध पार्किंग में पहुंच वाहनों के विंड स्क्रीन पर पर पहले नोटिस चिपकाएगी। जिसमें लिखा रहेगा कि आपकी वाहन गलत स्थान पर खड़ी है। इस मौके पर यातायात डीएसपी, यातायात थानेदार सभी मौजूद थे।

पहले भी हो चुकी है पहल:

बताते चलें कि पहले भी रांची में अपराध नियंत्रण, कालेजों के पास महिला पुलिस दस्ता और यातायात व्यवस्था में सुधार रखने के लिए महिला शक्ति एप्प दस्ता,पीसीआर, टाइगर मोबाइल, बाइक दस्ता आदि शुरु किया गया था जिसकी आज क्या अपडेट है अपने आप में हास्यास्पद है।
जैसे पहले आठ थाना क्षेत्र में में कुल 40 मोटरसाइकिल जिनमें 80 पुलिस पदाधिकारी और जवानों को तैनात किया गया था, सिटी एसपी राजकुमार मेहता, सीसीआर डीएसपी राम सामद, इंस्पेक्टर बिमल किंडो ने झंडी दिखाकर रवाना किये थे।

मोमेंटम झारखंड के दौरान:

मोमेंटम झारखंड के दौरान ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात पाने के लिए 100 मोटरसाइकिल दस्ते को तत्कालीन डीजीपी डीके पांडेय ने पुलिस लाइन से रवाना किये थे। चार यातायात थाना प्रभारियों के अंदर में 25-25 बाइक दस्ते को तैनात किया गया।

बीट पेट्रोलिंग की शुरुआत:

तत्कालीन एसएसपी अनीश गुप्ता ने भी वैसे थाना क्षेत्रों जहां टाइगर मोबाइल के जवान तैनात नहीं है, वैसे जगहों के लिए बीट पेट्रोलिंग टीम औऱ टाइगर मोबाइल के लिए इस्तेमाल के लिए 50 मोटरसाइकिल दस्ता का इस्तेमाल किया गया था।

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