September 27, 2024

रांची: डीजीपी अनुराग गुप्ता के सख्त निर्देश के करीब आठ घंटे बाद ही अधिवक्ता गोपी कृष्ण उर्फ बाबू के हत्यारे तक ना सिर्फ पुलिस पहुंची बल्कि अपराधी पुलिस मुठभेड़ में भी घायल हो गया है। पुलिस सूत्रों की माने तो सिविल कोर्ट के अधिवक्ता गोपी कृष्ण के हत्या में शामिल एक अपराधी के साथ रांची पुलिस का देर रात मुठभेड़ हुई है। इसके बाद रांची पुलिस ने अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि सिविल कोर्ट के अधिवक्ता गोपी कृष्ण के हत्यारे की पहचान शुक्रवार को ही कर ली गई थी। पहचान होने के बाद एसआईटी की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इसी बीच शनिवार की देर रात यह सूचना मिली कि वकील की हत्या में शामिल एक अपराधी रोशन कुमार रांची के अनगड़ा थाना क्षेत्र के महेशपुर में छुपा हुआ है। अनगड़ा थाना क्षेत्र के महेशपुर के पास स्थित बागान टोली के घर को पुलिस ने घेर लिया। पुलिस की टीम के द्वारा अपराधी को सरेंडर करने के लिए कहा गया लेकिन उसने पुलिस पर ही फायरिंग शुरू करने लगा। अपराधी के फायरिंग के बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस की तरफ से भी कई राउंड फायर की गई। इसी बीच पुलिस की एक गोली अपराधी को जा लगी। गोली लगने के बावजूद अपराधी मौके से फरार होने की कोशिश करने लगा, लेकिन पुलिस की टीम ने उसे दबोच लिया। मुठभेड़ में घायल अपराधी के पास से पिस्टल भी बरामद किया गया है। पुलिस के साथ हुए एनकाउंटर में घायल अपराधी का नाम रोशन कुमार है। वह रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र का ही रहने वाला है। शुक्रवार को रोशन ने अपने अन्य साथी के साथ मिलकर अधिवक्ता गोपाल कृष्ण की बड़ी बेरहमी के साथ चाकू मारकर हत्या कर दी थी। घायल अपराधी की हालत स्थिर होने पर उसे गोपी कृष्ण के हत्याकांड को लेकर पूछताछ की जाएगी। एसएसपी ने सिविल कोर्ट के सभी वकीलों को यह भरोसा दिलाया था कि गोपी कृष्ण के हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जएगा। बताया जा रहा है कि रोशन ब्राउन शुगर इत्यादि का नशा करता था और जब अधिवक्ता किसी काम से कागज की फोटोकॉपी कराने जा रहा था तभी उस पर रौशन ने चाकू से जानलेवा हमला किया गया था , अब हमले के पीछे क्या कारण है यह अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल सका।

दरोगा के आरोपी की तलाश हुई तेज:

वहीं कांके थाना क्षेत्र से स्पेशल ब्रांच के दरोगा अनुपम कच्छप की हत्या के आरोपी के ढूंढने के लिए एस आईटी गठन की गई है , हालांकि एसएसपी ने कांके थाना प्रभारी निलंबित कर दिया है और नए सीरे से जांच की जा रही है । उम्मीद है कि आरोपी जल्द पकड़े जाएंगे । संदेह जताया जा रहा है किस घटना में आरोपी और किसी पुलिस, सफेदपोश,जमीन दलाल की भी मिलीभगत हो सकती है । दरअसल स्पेशल ब्रांच के अफसर अपराधियों का पता गुप्त तरीके से लगते हैं इसमें कई समाजसेवियों , पुलिसकर्मी का भी अपराधियों, जमीन दलालों के साथ सांठ घाट का संदेह बना रहता है। पुलिस अपने स्तर से पता लगा रही है ।

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