उत्तराखंड : उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते चारधाम की यात्रा स्थगित कर दी गई है। यहां बारिश के कारण नदियों का जलस्तर अब काफी बढ़ गया है। वहीं टिहरी और रुद्रप्रयाग जिले में बादल फटने से व्यापक नुकसान हुआ है। भारी बारिश से यहां 5 लोगों की मौत हो गई है जबकि 2 लोग लापता बताए जा रहे हैं। मौसम विभाग ने आज यहां बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।जानकारी दें कि रुद्रप्रयाग में केदारनाथ पैदल मार्ग बादल फटने से कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया है। इसके चलते तीर्थ यात्रियों को पड़ावों पर ही रुकने को कहा गया है।दरअसल केदारनाथ मंदिर से करीब 4 किमी पहले बादल फट गया। यह घटना बीते बुधवार रात 9 बजे गौरीकुंड से आगे रामबाड़ा और जंगल चट्टी के बीच पैदल मार्ग पर भीम बली के गदेरे में हुई। कुछ ही मिनट में कई मिमी पानी बरस जाने से यहां पहाड़ों से चट्टानें गिरने लगीं। वहीं रास्ते में 30 मीटर की सड़क टूटकर उफनती मंदाकिनी नदी में समा गई।
इसके चलते केदारनाथ मार्ग पर भीमबली चौकी के पास 20-25 मीटर का पैदल रास्ता बह जाने और रास्ते में बड़े-बड़े बोल्डर (पत्थर) आने से फंसे 200 यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। केदारनाथ में फिलहाल कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इसके अलावा, सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का जल स्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है।
इधर राज्य में अतिवृष्टि की लगातार स्वयं निगरानी कर रहे मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है। सीएम धामी ने मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए लोगों से अपील की है कि वे आवश्यक कार्य होने पर ही घरों से निकलें । उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी और राज्य में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है । उधर, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने चारधाम यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर जिलाधिकारियों को आज यानी गुरुवार की यात्रा के संबंध में अपने स्तर पर निर्णय लेने को कहा है । इसके अलावा, हरिद्वार और ऋषिकेश में स्थित चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र में पंजीकरण की प्रक्रिया भी आज बंद रहेगी ।