चैनपुर(पलामू): डाल्टनगंज-भंडरिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक आलोक चौरसिया एक बार फिर जनता की आवाज़ बनकर सामने आए हैं। उन्होंने चैनपुर थाना रोड के पुनर्निर्माण के लिए हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। यह सड़क झारखंड और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जिसकी दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है। विधायक आलोक चौरसिया का यह संघर्ष न केवल उनके निर्वाचन क्षेत्र के लिए बल्कि दोनों राज्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।विधायक आलोक चौरसिया ने अप्रैल महीने में ही चैनपुर थाना रोड के पुनर्निर्माण का प्रस्ताव विभाग के माध्यम से कैबिनेट को भेजा था। इसके बावजूद, कैबिनेट ने अभी तक इस प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं दी है। सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि इसे केवल मरम्मत करने से कोई लाभ नहीं होगा; इसे पुनर्निर्माण की आवश्यकता है। सड़क की दुर्दशा के कारण स्थानीय जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।विधायक आलोक चौरसिया ने इस महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाते हुए सरकार पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह रवैया उनके विधानसभा क्षेत्र के प्रति अन्यायपूर्ण है। स्थानीय जनता, जिनकी समस्याओं को विधायक ने हमेशा प्राथमिकता दी है, अब उनके साथ इस संघर्ष में खड़ी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि विधायक आलोक चौरसिया इस मुद्दे को न उठाते तो शायद सरकार इस सड़क की दुर्दशा को नज़रअंदाज़ कर देती।विधायक आलोक चौरसिया और स्थानीय लोगों का आक्रोश अब चरम पर है। विधायक ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर कैबिनेट इस सड़क के पुनर्निर्माण के प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं देती, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को अपने सौतेले व्यवहार के लिए डाल्टनगंज-भंडरिया विधानसभा क्षेत्र की जनता से माफी मांगनी पड़ेगी। यह चेतावनी न केवल सरकार के लिए एक गंभीर संदेश है, बल्कि यह दर्शाती है कि विधायक आलोक चौरसिया जनता के हितों के प्रति कितने समर्पित हैं।विधायक आलोक चौरसिया ने कहा चैनपुर थाना रोड का पुनर्निर्माण अत्यंत आवश्यक है। यह सड़क झारखंड और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण मार्ग है और इसकी स्थिति अब इतनी खराब हो चुकी है कि इसे केवल मरम्मत से सुधारना संभव नहीं है। हम सरकार से पुनर्निर्माण की मांग कर रहे हैं और यदि हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो हमें आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।विधायक आलोक चौरसिया का यह संघर्ष जनता के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उनका उद्देश्य केवल एक सड़क का पुनर्निर्माण नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि उनके क्षेत्र की जनता को बुनियादी सुविधाओं का लाभ मिले। सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और जल्द से जल्द चैनपुर थाना रोड के पुनर्निर्माण की स्वीकृति देनी चाहिए। यह सड़क न केवल स्थानीय जनता के लिए बल्कि दोनों राज्यों के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। विधायक आलोक चौरसिया का यह संघर्ष निस्संदेह प्रशंसनीय है।