रांची। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखंड ने अधिसूचना जारी कर दिया है। तीन आइपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। अजय कुमार सिंह, भापुसे (1989). महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड, रांची को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, झारखण्ड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड, राँची के पद पर पदस्थापित किया जाता है। वहीं अनुराग गुप्ता, भापुसे (1990), महानिदेशक, अपराध अनुसंधान विभाग, झारखण्ड, राँची (अतिरिक्त प्रभार-महानिदेशक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, झारखण्ड, राँची अगले आदेश तक अपने कार्यों के साथ महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड, राँची के प्रभार में रहेंगे। प्रशान्त सिंह, भापु से (1992), अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, झारखण्ड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड, राँची को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक अपर पुलिस महानिदेशक, संचार एवं तकनीकी सेवाएँ, राँची के पद को पुलिस महानिदेशक कोटि में उत्क्रमित करते हुए पुलिस महानिदेशक, संचार एवं तकनीकी सेवाएँ, राँची के पद पर पदस्थापित किया जाता है।
कई पदों पर रहें चुके हैं:
बता दें कि आईपीएस अनुराग गुप्ता झारखंड पुलिस में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। गढ़वा, हजारीबाग एसपी और रांची के एसएसपी के पद पर काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह बोकारो रेंज के डीआईजी के पद पर लंबे समय तक काम कर चुके हैं। झारखंड पुलिस मुख्यालय में उन्हें लंबे समय तक एडीजी स्पेशल ब्रांच के पद पर भी थे।सीआईडी डीजी रहते हुए उन्होंने कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए बड़े मामलों का खुलासा किया है।
कांग्रेस की शिकायत पर आयोग ने दिया था निर्देश:
चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायत के बाद संज्ञान लेते हुए झारखंड के एडीजी अनुराग गुप्ता को दिल्ली अटैच कर दिया था। कांग्रेस ने झारखंड में हाल ही में खत्म हुए लोकसभा चुनाव के कार्य से बाहर रखने की मांग की थी। कांग्रेस ने 2016 में राज्यसभा चुनाव के दौरान झारखंड के एक विधायक को पार्टी विशेष को मदद पहुंचाने के आरोप का हवाला दिया था। शिकायत करनेवालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री सह प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी आदि नेता शामिल थे। बावजूद इसके हेमंत सोरेन की सरकार में अनुराग गुप्ता को जगह मिली और अपने पदों पर र ते हुए बेहतरीन काम किया है।