परवेज़ कुरैशी
रांची। लंबे समय से अखबारों के माध्यम से और ऐसे भी देखते रहे हैं कि रांची शहर और इसके आसपास में यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिए लगातार तत्कालीन यातायात पुलिस अधीक्षक, तत्कालीन यातायात पुलिस उपाधीक्षक एवं सामाजिक संगठनों , एनजीओ जैसी संस्थाओं के द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाता है, ताकि यातायात व्यवस्था में सुधार हो सके। रांची शहर जाम मुक्त हो सके, इधर-उधर बेतरतीब तरीके से वाहनों की पार्किंग ना करें,ओवर टेकिंग,ट्रीपल राइड न करें , तेज रफ्तार में वाहन न चलाएं, बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाने से बचें। इसके अलावा भी कई बातों को समझाया और बताया जा चुका है । कुछ सुधार हुआ है लेकिन और सुधार की जरूरत है। यातायात पुलिस पदाधिकारी का मकसद यही है यातायात नियमों का पालन कराना, बावजूद इसके व्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है , अब जागरूकता अभियान से ज्यादा जरूरी है कार्रवाई करना, उक्त बातें प्रभात मंत्र संवाददाता परवेज़ कुरैशी से नवनियुक्त यातायात पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद कुमार केशरी ने कहीं ।
यातायात नियमों का पालन कराना हम पुलिस पदाधिकारियों का कर्तव्य :
यातायात पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद केशरी ने कहा कि यातायात नियमों का पालन करना और कराना हम पुलिस पदाधिकारियों का कर्तव्य है। चौक चौराहों पर यातायात पुलिस तैनात किए गए हैं उनका भी यही उद्देश्य होता है कि यातायात नियमों का पालन करायी जाए , लेकिन हम देखते हैं कि कई चीजों को बार-बार बोलने के बाद भी इसमें सुधार नहीं हो रहा है, या नहीं कर रहे हैं । ऑटो स्टैंड है लेकिन जैसे तैसे ऑटो खड़ी कर सड़क को संकीर्ण बना देते हैं। माॅल, कम्प्लेक्स , दुकान जो है इसके बाहर नो पार्किंग जोन में भी वाहनों को लगा दिया जाता है। मेन रोड के मुख्य मार्ग पर सफेद लाइन के बाहर फुटपाथ दुकान लगा रहे हैं । यातायात पुलिस और रांची नगर नगर कई बार संयुक्त रूप से अभियान चला चुके हैं। लेकिन स्थिति आज भी जस की तस है।
सभी से अपील है:
यातायात पुलिस उपाधीक्षक ने कहा कि मैं सभी ऑटो चालकों , फुटपाथ दुकानदारों, ठेला खोमचे वाले से अपील करते हैं कि दस दिनों के अंदर इन सभी व्यवस्थाओं में सुधार कर लें, क्योंकि पहले बहुत बार जागरूकता अभियान चला कर आपको समझा दिया गया है। अब सीधे कार्रवाई करनी होगी । नगर निगम और यातायात पुलिस संयुक्त रूप से अभियान चलाएगी और किसी की पैरवी नहीं सुनी जाएगी।
सभी ऑटो चालक पहनेंगे युनिफोर्म:
फिलहाल सबसे पहले यह शुरुआत किया जा रहा है कि जितने भी रांची शहर में ऑटो चालक हैं, वे सभी यूनिफॉर्म पहनेंगे । सभी ऑटो चालक आइडी कार्ड अपने गले में टांग कर रखेंगे। अब ऑटो के दाहिने तरफ सवारी नहीं उतारेंगे, इसके लिए दाहिने तरफ राॅड लगाये, ताकि ऑटो में बैठे सवारी बाएं तरफ से ही उतर और चढ़ कर सकेंगे। इन नियमों का पालन 10 दिनों के अंदर शुरू होगी, जो नहीं मानेंगे कार्रवाई होगी, कोई पैरवी भी नहीं सुनी जाएगी।
जुर्माना जमा करें:
करीब 2023 से जनवरी 2024 तक करीब 2 लाख वाहन चालकों का चालान काटा गया है , लेकिन इनमें से करीब 30 हजार लोगों ने ही अपना जुर्माना भरा है, बाकी लोग जुर्माना नहीं भरा रहे हैं या फिर वाहन चालक या वाहन मालिक को चालान काटे जाने की जानकारी नहीं है । यदि और विलंब करेंगे तो कोर्ट से नोटिस जाएगा और आपका लाइसेंस भी रद्द होगा, इसलिए एक बार अपना मोबाइल का मैसेज बॉक्स जरूर चेक करें।
आगे इस पर काम करना जरुरी है:
शहर में जितने भी वैध और अवैध ऑटो स्टैंड है इसको चिन्हित करना चाहिए। सभी ऑटो स्टैंड में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की जानी चाहिए , ताकि यह पता चले कि कोई भी ऑटो चालक अपना ऑटो बेतरतीब तरीके से ना लगा सके। किस ऑटो में कौन बैठ रहा है यह भी स्पष्ट हो जायेगा। जितने परमिट वाले ऑटो है वहीं शहर में चलाएं , कोशिश करें जिनके पास परमिट नहीं है वे परमिट बनवा लें। यदि परमिट नहीं मिल रहा है , परमिट फेल हो चुका है या परमिट नहीं है तो वैसे ऑटो चालकों एवं मालिक अपने ऑटो को सड़क पर न चलाएं। वहीं जहां तहां गड्ढे खोदे गये हैं वहां पर सुरक्षा की दृष्टिकोण से सावधानी पूर्वक बोर्ड नहीं लगाया गया है। ओवर ब्रिज बन रहा है इसलिए भी जाम की स्थिति रहती है इसके लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था जरुरी है। ई रिक्शा वाले के लिए मुख्य मार्ग की बजाए गली मोहल्ले वाले मार्ग चिन्हित करने से सड़क पर से बोझ कम होगा।
स्कूल, काॅलेज के आस पास तेज रफ्तार से वाहन न चलाएं इसके लिए सूचना पट लगाई जाये। कांटाटोली खादगढ़ा बस स्टैंड से जो बसे निकलती है वे जगह जगह रोक सवारी उठाती है, इस रुट में आये दिन कई बड़ी छोटी दुर्घटनाएं हो चुकी है जाने भी गई है, इसमें सुधार कराने की जरूरत है। आम लोगों के पैदल चलने के लिए व्यवस्था जरुरी है।